भूपेंद्र साहू
धमतरी लंबे
समय से धारा 420 एवं अन्य मामलों में फरार चल रहे मोहम्मद इब्राहिम
सिद्दीकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिससे कोर्ट में पेश कर आज जेल
भेज दिया गया । हालांकि गिरफ्तारी और जेल भेजने की सूचना को पुलिस ने पूरी
तरह से गुप्त रखा । लेकिन एक बड़ी कामयाबी मिल गई है ,क्योंकि यह दो
समुदाय का मामला था और इस मामले में सर्व हिंदू समाज ने धमतरी बंद की
चेतावनी भी दी थी ।पुलिस ने बताया कि थाना सिटी कोतवाली धमतरी में प्रार्थी
अशोक जैन की रिपोर्ट पर ईब्राहिम सिद्धिकी पिता हनीफ सिद्धिकी उम्र 34
वर्ष साकिन रत्नाबांधा रोड ,डाक बंगला वार्ड 18 धमतरी के विरुद्ध अपराध
क्रमांक 456/18धारा 417,420, 468 ,471 एवं धारा 5 धर्म स्वतंत्रय अधिनियम
1967 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही थी ।विवेचना
में आरोपी के द्वारा हाईकोर्ट ने काट छांट एवं कूट रचित दस्तावेज पेश करने
के संबंध में पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर आरोपी की गिरफ्तारी क लिए धमतरी पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था।पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम बनाई गई थी
जिसमें मुखबीर सूचना पर 05 जुलाई को आरोपी ईब्राहिम सिद्धिकी को गिरफ्तार
कर माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय पेश किया गया , न्यायालय
द्वारा आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
अब बस बेटी का इंतजार
इस
मामले में युवती के पिता ने बताया कि गिरफ्तारी की सूचना पर उन्हें बेहद
खुशी हुई है अब बस उनकी बेटी के घर आने का इंतजार है जिसे रायपुर सखी सेंटर
में रखा गया है ।
क्या है मामला
युवती
के पिता ने बताया कि इब्राहिम के द्वारा उनकी बेटी आर्य समाज में धर्म
परिवर्तन कर विवाह किया था ।जिसमें उन्होंने दस्तावेज जो बनाए थे वह फर्जी
था जिसे कोर्ट में पेश किया गया था ।इसके 1 महीने बाद उसने चॉइस सेंटर में
फिर दूसरे समुदाय का दस्तावेज बनाया था ।कूट रचित दस्तावेज और फ्रॉड के
सिलसिले में ही उन्होंने 2 अक्टूबर 2018 को थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट
दर्ज कराई थी ।इस मामले में उनकी बेटी को रायपुर सखी सेंटर में रखा गया है
जिससे वे आखिरी बार 17 मार्च 2019 को मिले थे उनसे मिलने भी नहीं दिया जा
रहा है अब आगे काफी उम्मीदें हैं।
राजनांदगांव से पकड़ा गया
इस
संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केपी चंदेल ने बताया कि आरोपी इब्राहिम
को राजनांदगांव में पकड़ा गया वहां से कस्टडी में लेक र विधिवत गिरफ्तारी
करने के बाद कोर्ट में पेश कर रिमांड पर जेल भेजा गया ।इसके लिए पुलिस
लगातार प्रयास कर रही थी और विशेष टीम भी बनाई गई थी
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