अब आश्रम-छात्रावासों में मिलेगी किसान बाजार की शुद्ध सब्जियां

कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षकों की समीक्षा बैठक लेकर सुनीं समस्याएं

धमतरी। शहर एवं आसपास के आश्रम-छात्रावास अब किसान बाजार की सब्जियों की खुशबू से सराबोर होंगे। प्रारम्भिक तौर पर ताजी एवं हरी सब्जियों की आपूर्ति शहर के नजदीक स्थित आश्रमों एवं छात्रावासों में की जाएगी। साथ ही छात्रावासों तक सब्जियों की डिलीवरी के लिए महिला स्वसहायता समूहों का शत-प्रतिशत लिंकेज भी किया जाएगा। कलेक्टर  रजत बंसल ने इसके लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
स्थानीय हटकेशर वार्ड स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय मेंजिले के सभी 54 आश्रम-छात्रावासों के अधीक्षकों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार की सर्वाधिक महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत बाड़ी के विकास एवं उससे रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मंशा से छात्रावासों में सब्जी की आपूर्ति पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि किसान बाजार में दो काउण्टर जैविक उत्पाद वाली सब्जियों के भी खोले गए हैं जहां पूर्णतः रसायनमुक्त सब्जियां बेची जाती हैं। कलेक्टर ने किसान बाजार के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा-पूरा पारिश्रमिक प्रत्यक्ष तौर पर मिले और आढ़तियों की मध्यस्थता को पूरी तरह समाप्त किया जा सके। यानी सब्जियों का उत्पादन करने वाले किसान खुद अपनी सब्जियों का किसान बाजार में विक्रय करके सीधे तौर पर आय अर्जित करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि महिला स्वसहायता समूहों को किसान बाजार की विभिन्न गतिविधियों एवं प्रयोजनों से जोड़कर आय के नवीन स्रोत स्थापित किए जाएंगे।

बैठक में कलेक्टर ने छात्रावासों में उपलब्ध सुविधाओं, सुरक्षा, स्वास्थ्य विद्युत, पेयजल की उपलब्धता, किचन गार्डन, विद्युत की आपूर्ति, सीसीटीव्ही कैमरे से निगरानी सहित शिक्षकों की उपस्थिति एवं व्यवस्थापन जैसे विषयों पर अधीक्षकों से सीधे तौर पर बातचीत की तथा उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही नगरी विकासखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों में संचालित छात्रावासों में कम संसाधनों में बेहतर कार्य करने वाले अधीक्षकों की सराहना भी की। इस अवसर पर राजीव गांधी शिक्षा मिशन के परियोजना समन्वयक ने जिले में स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन ‘परख‘ कार्यक्रम के तहत शालाओं, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों व उपलब्ध संसाधनों तथा सुविधाओं की गुणवत्ता परखने के लिए 40 बिन्दुओं के आधार पर की जाने वाली समीक्षा के बारे में जानकारी दी। इसी प्रकार जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा वर्तमान सितम्बर माह में शासन द्वारा चलाए जा रहे पोषण माह के संबंध में भी संक्षिप्त जानकारी दी गई। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती रेशमा खान, जिला शिक्षा अधिकारी  टी.के. साहू, डीआईओ  उपेन्द्र चंदेल सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।


श्रेष्ठ अधीक्षक हुईं सम्मानित:- कलेक्टर श्री बंसल ने जिले में संचालित आश्रमों व छात्रावासों में समुचित व्यवस्थापन, देखभाल, रखरखाव तथा विभागीय गतिविधियों व योजनाओं के क्रियान्वयन में उल्लेखनीय कार्य करने वाली तीन छात्रावास अधीक्षकों को प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली छात्रावास अधीक्षकों में शासकीय पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास धमतरी की अधीक्षक श्रीमती हेमलता ध्रुव, आदिवासी कन्या आश्रम सलोनी (नगरी) की अधीक्षक श्रीमती ललिता ध्रुव तथा प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास की अधीक्षक सुश्री हुमेश्वरी साहू शामिल थीं।
छात्रावास अधीक्षकों के साथ कलेक्टर ने किया मध्याह्न भोजन:- बैठक के उपरांत कलेक्टर ने सभी छात्रावास अधीक्षकों के साथ जमीन पर बैठकर मध्यान्ह भोजन किया। बैठक में शामिल होने आए अधीक्षकों को जिस कक्ष में खाना परोसा गया, वहीं पर उनके बीच जाकर कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन का स्वाद चखा तथा विद्यार्थियों को भी प्रतिदिन ऐसे ही गुणवत्तापूर्वक स्वादिष्ट भोजन कराने छात्रावास के अधीक्षक को निर्देशित किया। कलेक्टर के साथ सभी अधिकारियों ने भी जमीन पर बैठकर एक साथ खाना खाया।

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