निर्देशों का पालन नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारी पर सख्ती से कार्रवाई

 
 
बाॅयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की जमीनी स्तर पर की जाएगी जांच





धमतरी,जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठककलेक्टर  रजत बंसल की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें कलेक्टर ने बाॅयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के कार्यों की जांच मैदानी स्तर पर किए जाने की बात कही। साथ ही इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा जिले के जिन प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा अधिकारी-कर्मचारी द्वारा निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है, ऐसे लोगों के विरूद्ध विभागीय जांच कराकर निलंबन, तदुपरांत सेवाएं समाप्त करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष मेंआयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.के. तुर्रे ने विभाग से संचालित कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य स्तर पर प्रत्येक जिले में क्षय उन्मूलन कार्यकारिणी ईकाई गठित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य जिले में वर्ष 2023 तक टी.बी. रोग को पूरी तरह से उन्मूलन किया जाना है। इस मौके पर राज्य स्तर से उपस्थित डब्ल्यू.एच.ओ. कंसल्टेंट डाॅ. दीक्षित द्वारा बताया गया कि मुख्यतः आंगनबाड़ी, मितानिनों, स्थानीय स्वास्थ्य संयोजकों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से टी.बी. बीमारी के फैलने के कारण एवं बचाव के प्रचार-प्रसार, गृह भ्रमण कर व प्रत्यक्ष रूप से इसके लक्षणों की जांच कर निःशुल्क दवाई उपलब्ध कराई जाएगी। जनसामान्य टी.बी. में और अधिक जानकारी टोल फ्री नंम्बर 1800-11-6666 से प्राप्त की जा सकती है। वर्तमान में जिले में टी.बी के कुल 1004 मरीज पंजीकृत हैं, जिनका निःशुल्क उपचार हो रहा है। इसी तरह 2023 तक धमतरी जिला को कुष्ठ उन्मूलन भी किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रति दस हजार पर एक कुष्ठ के मरीज मिल रहे हैं, जिसे शून्य पर लाए जाने का लक्ष्य है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा संचालित सुपोषण कार्यक्रम के तहत् जिले के समस्त 14 वर्ष से 49 वर्ष तक की समस्त महिलाओं को रक्त अल्पता (एनीमिया) से मुक्त रखने के लिए रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा की जांच स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से की जायेगी। इसके लिए जिले के समस्त खण्ड चिकित्साधिकारियों को तीन दिवस के भीतर सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।


इसके अलावा जिले के मैदानी एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत बारम्बार निर्देश के बाद भी जो अधिकारी-कर्मचारी जो अपने निर्धारित कर्तव्यों एवं विभागीय दायित्वों का पालन सही रूप से नहीं कर रहे हंै, उन कर्मचारियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केरेगांव के नर्सिंग स्टाफ, मगरलोड के चंदना, कुरूद से चरमुड़िया, थूहा, गुजरा, धमतरी ब्लाॅक से देवरी उपस्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत कर्मचारियों की विभागीय जांच कर तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने व बर्खास्तगी की कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर ने सख्त लहजे में दिये हैं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जैव चिकित्सीय निस्तारण के लिए सभी निजी एवं शासकीय अस्पताल शासन की निर्देशावली के अनुसार निस्तारण कर रहे हैं। जांच के दौरान कहीं भी कोई कमी पायी जाती है तो कलेक्टर के निर्देशानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिला टीकाकरण टास्क फोर्स की बैठक में जिले में मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत् जानकारी देते हुए सीएमएचओ ने बताया कि शिशु पूर्ण टीकारण जिले का लक्ष्य 17 हजार 285 के विरूद्ध 5 हजार 646 है, जो 33 प्रतिशत है। प्रथम तिमाही में गर्भवती जांच शहरी एवं ग्रामीण पीएचसी धमतरी, गुजरा के लक्ष्य के अनुरूप कम होने पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने पिछले 2 वर्ष के आंकड़े प्रस्तुत करने कहा।गुजरा का आॅपरेशन थिएटर निर्माण का कार्य पूर्ण और नगरी का प्राक्कलन तैयार किए जाने की जानकारी दी गई।

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