महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी का विधी विधान से हुआ स्नान,1जुलाई को रथयात्रा

 

धमतरी।2 साल तक कोरोना संक्रमण की वजह से रथयात्रा नहीं निकल पाई थी जिससे भक्तों में निराशा हुई थी। लेकिन इस बार अभी से श्रद्धालु और भक्त रथ यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं। बुधवार को महाप्रभु का विधि विधान से पूजा कर स्नान कराया गया।उसके बाद मंदिर के गर्भ गृह में पुनः विराजमान हो गए हैं।


रथयात्रा तैयारी के पहले चरण में बुधवार को महाप्रभु का विधि विधान से पूजा स्नान कराया गया। सुबह लगभग 10 बजे गर्भ गृह से निकाल कर बाहर रखा गया। इसके बाद पंडित बालकृष्ण शर्मा के मंत्र उच्चारण से उनके पुत्र गौरव शर्मा ने पूजा और स्नान कराया। तत्पश्चात भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और माता सुभद्रा को पुनः विराजित कर दिया गया।बताया गया कि स्नान के लिए जो पानी रखा गया था उसमें पांच नदियों का पानी था। यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है। 26  से 29 जून  तक सुबह 7:30 बजे काढ़ा वितरित किया जायेगा।  1 जुलाई को महाप्रभु श्री जगन्नाथ  की रथयात्रा श्री जगदीश मंदिर से निकाली जायेगी स्नान पूजन के दौरान मंदिर समिति के सचिव किरण गांधी, गोपाल शर्मा, मदन मोहन खंडेलवाल, भरत सोनी, लखूभाई भानुशाली, अजय अग्रवाल, बिहारी अग्रवाल, संजय अग्रवाल, दिनेश अंबानी, मोहन अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, राकेश चंदवानी, गिरिराज महाराज,विजीत सोनी, मुरलीधर अग्रवाल, कावेरी पदमशाली, विनोद अग्रवाल,सावित्री अग्रवाल, दिलीप राज सोनी आदि मौजूद थे।

 118 साल हो चुके हैं मंदिर को

 पदाधिकारियों ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर की स्थापना 118 वर्ष पूर्व हुई थी। तब से रथयात्रा निकालने की परंपरा जारी है। पूर्व में बैलगाड़ी में निकाली जाती थी इसके बाद रथ का निर्माण शुरू हुआ। वर्तमान मूर्ति को 102 वर्ष हो चुके हैं।



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