आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण की धीमी प्रक्रिया,बच्चों के प्रति भूपेश सरकार की मानसिकता को दर्शाती है: रंजना साहू

 


महिला एवं बाल विकास विभाग सहित पशुपालन विभाग के विभिन्न विषयों पर रंजना साहू ने किए सवाल


धमतरी । विधायक रंजना साहू ने विधान सभा पटल पर आंगनबाड़ी निर्माण की लेटलतीफी के कारण हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए तारांकित प्रश्न के द्वारा महिला बाल विकास मंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि धमतरी जिले के अंतर्गत 2020-21, 2021-22 में धमतरी जिले के अंतर्गत में कुल कितने नए आंगनबाड़ी भवन की स्वीकृति प्रदान की गई है, और कितने आंगनबाड़ी केंद्र भवन पूर्ण व अपूर्ण है एवं अप्रारंभ आंगनबाड़ी केंद्र की संख्या कितने हैं।  विकासखंड अनुसार जानकारी मांगते हुए विधायक ने आगे सवाल किए कि कितने आंगनबाड़ी भवन की स्वीकृति लंबित है और उसे कब तक स्वीकृति प्रदान की जाएगी, साथ ही विधायक ने धमतरी जिले में किराए के भवन में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की जानकारी मांगते हुए जिले के जर्जर आंगनवाड़ी केंद्र के मरम्मत एवं नए भवन की आवश्यकता पर  विभाग द्वारा योजना की जानकारी चाही।

विभागीय मंत्री ने बताया कि धमतरी जिले में कुल 68 आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें 15 आंगनबाड़ी भवन निर्माण पूर्ण हो चुका है, 46 भवन अपूर्ण है एवं 7 भवन अप्रारंभ है।19 आंगनबाड़ी केंद्र में भवन की स्वीकृति नहीं मिली है। विभागीय मंत्री ने प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि धमतरी जिले के अंतर्गत 25 आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में संचालित है, 72 आंगनबाड़ी भवन जर्जर पाए गए जिसमें 2 आंगनबाड़ी भवन मरम्मत योग्य हैं, बाकी शेष 70 आंगनबाड़ी भवनों की आकलन की करवाई प्रक्रियाधीन है, जिसमें नवीन भवन स्वीकृति की कार्रवाई किए जाने का जवाब दिए। विधायक ने 2022 में धमतरी विकासखंड के अंतर्गत जानकारी मांगी चाही, जिस पर विभागीय मंत्री ने 27 स्वीकृत कार्यों में आंगनबाड़ी भवन निर्माण के 1 कार्य पूर्ण, 21 भवन निर्माण कार्य अपूर्ण एवं 5 भवन निर्माण कार्य अप्रारंभ होने का जवाब दिए, जिस पर विधायक ने नन्हे किलकारियों के लिए आंगनबाड़ी भवन में लापरवाही और लेटलतीफी के कारण आंगनबाड़ी केंद्र में नन्हे बाल गोपाल जर्जर भवन में जाने के लिए एवं अनेकों असुविधाओं का सामना उन्हें करना पड़ा है।

 विधायक रंजना साहू ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ रायपुर के अंतर्गत दुग्ध समितियों द्वारा दूध का क्रय किए जाने के संबंध में पशुधन विकास विभागीय मंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ रायपुर के अंतर्गत दूध समिति द्वारा वर्तमान में किस दर पर दूध का क्रय किसानों से किया जा रहा हैं, एवं उसके अतिरिक्त किसानों को क्या लाभ दिया जा रहा है, विगत 3 वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ रायपुर द्वारा संचालित देवभोग उत्पादों की कीमतों में एवं समितियों के द्वारा लिए गए दूध एवं अन्य में कितनी बार वृद्धि की गई है, प्रतिशत एवं राशि की जानकारी मांगते हुए विधायक ने प्रश्न किए, जिसपर विभागीय मंत्री ने दुग्ध की गुणवत्ता के आधार पर 29.75 रुपए प्रति लीटर की दर पर दूध का क्रय किसानों से किया जा रहा है इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा प्रति लीटर 2.50 रुपए परिवहन अनुदान, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत 3.75 रुपए पशु आहार राशि प्रदान की जा रही है। विगत 3 वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध महासंघ रायपुर द्वारा संचालित देवभोग उत्पादों की कीमतों एवं समितियों के द्वारा लिए दूध की जानकारी देते हुए विगत 3 वर्षों में अनुदान की राशि में वृद्धि नहीं की जाने का जवाब दिए।



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