वंदे भारत ट्रेन नए भारत की उमंग और तरंग का प्रतीक - मोदी


भारत का रेल नेटवर्क दुनिया का श्रेष्ठ नेटवर्क


 भोपालप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रानी कमलापति स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना किया।प्रधानमंत्री  ने कहा कि आधुनिक भारत में नई व्यवस्था, नई परंपरा बन रही है। वंदे भारत ट्रेन नए भारत की उमंग और तरंग का प्रतीक है। यह भारत की आधुनिकतम ट्रेन है, जिसके लोकार्पण का मुझे सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि रेलवे के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोई प्रधानमंत्री इतने कम अंतराल में किसी रेलवे स्टेशन पर दोबारा किसी कार्यक्रम में आया है। 
 इससे पहले प्रधानमंत्री  मोदी ने ट्रेन के प्रथम कोच में जाकर स्कूली बच्चों से बातचीत की ड्राइविंग कैब के क्रू मेम्बर्स के साथ भी संवाद किया। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारतीय रेल सामान्य भारतीय परिवार की सवारी है। पुरानी सरकारों ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते रेलवे का आधुनिकीरण नहीं किया। वर्ष 2014 तक नॉर्थ ईस्ट रेलवे से नहीं जुड़ा। हमारी सरकार आने के बाद हमने उसे रेलवे से जोड़ा और रेलवे का कायाकल्प किया। आज भारत का रेल नेटवर्क दुनिया का श्रेष्ठ नेटवर्क है। पहले हजारों मानवरहित फाटक थे, जहाँ आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती थी। आज पूरा ब्रॉडगेज मानव रहित, फाटक मुक्त है। रेल यात्री सुविधा को हमने मेड इन इंडिया कवच प्रणाली से लैस किया है। तकनीकी का प्रयोग कर शिकायतों का निराकरण किया गया है।

  प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमने "वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट'' योजना से कारीगरों के कपड़े, कलाकृतियों, पेंटिंग्स, बर्तन इत्यादि का विक्रय के लिए पूरे भारत में 600 से अधिक आउटलेट रेलवे स्टेशन पर खोले हैं, जिसका लाभ आज लाखों लोग ले रहे हैं। रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया गया है, 6 हजार रेलवे स्टेशन वाईफाई है और 900 रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी का काम पूरा हो गया है। वंदे भारत ट्रेन पूरे भारत में सुपरहिट रही है और हर कोने से इन्हें चलाने की माँग आ रही है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि रेलवे के बजट में भी रिकॉर्ड वृद्धि की जा रही है। वर्ष 2014 से पहले मध्यप्रदेश का रेलवे बजट औसतन 600 करोड़ रूपए हुआ करता था, जो अब बढ़ कर 13000 करोड़ हो गया है। मध्यप्रदेश सहित देश के 11 राज्यों में रेलवे ट्रेक का शत-प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन हो गया है। इलेक्ट्रिफिकेशन की रफ्तार वर्ष 2014 से पहले 600 किलोमीटर प्रति वर्ष थी, अब वह बढ़कर 6000 किलोमीटर प्रति वर्ष हो गई है।

 इस दौरान राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, जिला प्रशासन तथा रेलवे के अधिकारी और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।


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