इस अवसर पर श्रीमती अनिला भेड़िया ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं एवं स्व सहायता समूहों को पुरस्कृत किया और गोद भराई तथा अन्नप्राशन कार्यक्रम में शामिल हुईं। यहां बच्चों का जन्मदिन भी मनाया गया। सम्मेलन में उन्होंने 58 हितग्राहियों को स्वरोजगार के लिए महिला कोष से 15 लाख 10 हजार रूपए का चेक प्रदान किया। इसके अलावा 76 महिला स्वसहायता समूहों को रेटी टू ईट खाद्य सुरक्षा प्रमाण पत्र भी प्रदान किया।
    सांसद श्री दीपक बैज ने इस अवसर पर कहा कि कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरे मनोयोग से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को किसानपुत्र बताते हुए कहा कि वे गरीबों, आदिवासियों, किसानों, महिलाओं की उन्नति के लिए पहले दिन से ही कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी और धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने के कारण किसान अब आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर हो रहे हैं। जगदलपुर विधायक श्री रेखचंद जैन ने कहा कि कुपोषण की समस्या के शीघ्र समाधान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार कार्य कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कुपोषण की समस्या के निदान के लिए बस्तर जिले में चलाए जा रहे ‘हरिक नानी बेरा‘ कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां सुपोषण चौपाल और प्रत्येक माह वजन त्यौहार जैसे कार्य किए जा रहे हैं। सम्मेलन में कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली ने बताया कि बस्तर से कुपोषण को दूर करने के लिए हरिक नानी बेरा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिले के 25 आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक भी बच्चा कुपोषित नहीं है। उन्होंने बताया कि इस माह 80 आंगनबाड़ी केन्द्रांे से कुपोषण का अंत करने के साथ ही एक साल के भीतर पूरे जिले से कुपोषण के समूल नाश का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। सुपोषण चौपाल जैसी गतिविधियों के साथ इस कार्य में सभी का सहयोग लिया जा रहा है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण जन उपस्थित थे।