ग्रामीण क्षेत्र में पौधरोपण का हुआ आगाज, झुंझराकसा में रोपे गए 2070 पौधे


महिला समूहों के सशक्तिकरण के साथ-साथ आय का अतिरिक्त जरिया मुहैया होगा: डाॅ ध्रुव

 

धमतरी 14 जुलाई 2020। नगरी विकासखंड की ग्राम पंचायत झुंझराकसा से ग्रामीण क्षेत्र में पौधरोपण का आगाज किया गया, जहां 37 एकड़ रिक्त भूमि पर 2070 फलदार पौधे रोपे गए। कार्यक्रम में सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने बतौर मुख्य अतिथि पौधरोपण किया। इसी तरह कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता गांधी ने भी आम, कटहल, मुनगा, पपीता, नींबू तथा खम्हार एवं करौंदा जैसी अलग-अलग प्रजाति के पौधे रोपे।

        ग्राम झुंझराकसा में महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से वृहत पैमाने पर गांव की खाली जमीन पर पौधे लगाए गए। इस अवसर मुख्य अतिथि की आसंदी से विधायक डॉ. ध्रुव ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बड़े पैमाने के प्लांटेशन से एक तरफ जहां खाली भूखंड का सदुपयोग होगा, वहीं इसमें समूह के जुड़ाव से ग्रामीणों को आजीविका का सशक्त माध्यम मिल जाएगा। साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा भी मिलेगा।


कलेक्टर श्री मौर्य ने अपने उद्बोधन में बताया कि ग्राम झुंझराकसा के 24 परिवारों की भर्रीनुमा अनुपयोगी जमीन, जो वन अधिकार पट्टा के तहत मिली है, को विकसित कर उसमें पौधे रोपे जा रहे हैं। इससे जुड़े समूह की महिलाओं को उन्नत उत्पादन के लिए प्रशिक्षण देकर पौधों के बीच में उड़द, मूंग सहित अन्य फसलें भी ली जाएंगी। इससे इन महिला समूहों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी। उन्होंने यह भी बताया कि कृषि, उद्यानिकी और पंचायत विभाग की विभिन्न मदों के तहत अभिसरण किया जाएगा, इसके लिए अगले 5 सालों में इन समूहों को 40 लाख रुपए प्रदाय किए जाएंगे, जिससे पौधों की सुरक्षा, खाद निर्माण सहित उत्पादक कार्यों में खर्च किए जाएंगे।

 इस अवसर पर जनपद पंचायत नगरी की अध्यक्ष श्रीमती मरकाम, स्थानीय सरपंच सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा कृषि विभाग की ओर से पांच किसानों को उड़द बीज मिनी किट तथा स्प्रेयर वितरित किए गए।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन धमतरी कीे विशेष पहल पर आदिवासी विकासखण्ड नगरी के कुल छह ग्रामों के 92 वन अधिकार पट्टाधारी कृषकों के 203 एकड़ बंजर भूमि का कायाकल्प किया जाएगा। यह कार्य गैर शासकीय संस्था ‘प्रदान‘ की टीम के द्वारा ग्राम गुहाननाला, बांधा, गजकन्हार, दिनकरपुर, झुंझराकसा एवं दौड़ पंडरीपानी में एक पंेच में लगे पट्टाधारियों का चिन्हांकन किया गया है।इन पौधों के बड़े होते तक बीच के खाली जमीन में रागी, मक्का, अरहर, उड़द, मूंग की फसलें ली जाएंगी साथ ही ग्रीष्मकालीन सब्जी-भाजी की खेती भी की जाएगी। इन सभी छह ग्रामों के पेंच की फेंसिंग, बोर खनन, सोलर पम्प एवं ड्रिप सिंचाई के लिए जिला खनिज न्यास निधि से 73.41 लाख रूपये स्वीकृत किया गया है।

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