ग्रामीणों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
पवन निषाद
मगरलोड (धमतरी )।। वनांचल इलाके में राज्य सरकार ने लोगों को आवागमन में सुविधा मिले इसलिए करोड़ो रूपये की लागत से डामरीकृत सड़क बनवाया है। मगर डामरीकृत सड़क की गुणवत्ता की पोल मात्र डेढ़ वर्ष में ही खुल गई । सड़क उखड़ने लगा है व धसने लगा है जो गढ्ढे में तब्दील हो रही है।
मामला वनांचल क्षेत्र सिंगपुर, मोहेरा ,सरईरूख व बेन्द्राचुवा पहुँच मार्ग की है। सरईरूख के ग्रामीण गणेश राम ध्रुव, सोहन ध्रुव, साधु राम ,सुखदेव राम,लक्षण राम ,जागेश्वरी बाई, रूखमणी बाई ध्रुव ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजना विभाग द्वारा ग्राम सरईरूख- बेन्द्रचुवा मार्ग लंबाई 5.356 किलोमीटर, लागत 300.32 लाख रूपये की लागत से डामरीकृत सड़क बनाया गया था। डामरीकृत सड़क सही ढंग से नही बनने के कारण सड़क उखड़ने लगा है ,धसने लगा है तथा गढ्ढे में तब्दील हो रही है।
ठेकेदार द्वारा सड़क बनाते समय गुणवत्ता मापदंड का पालन सही ढंग ने नहीं किया गया है नतीजन यह है कि मात्र डेढ़ वर्ष में यह सड़क उखड़ने लगा है।सड़क निर्माण के समय विभाग के अधिकारी -कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। जिसके चलते ठेकेदार ने मनमर्जी से कार्य किये है।शासकीय राशि का उपयोग सही ढंग से नहीं किया गया है।
सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।ग्रामीणों ने शासन- प्रशासन से सड़क की जांच सही ढंग से करने व दोषी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों एवं ठेकेदार के ऊपर उचित कार्यवाही की मांग की है।मांग पूरा नहीं होने पर इसकी शिकायत आगे मुख्यमंत्री से करनी की बात कही है। बता दें कि कोई भी डामरीकरण सड़क की गारंटी अवधि 3 वर्ष तक होता है। मगर सड़क डेढ़ वर्ष में ही खराब हो जाना विकास पर प्रश्न चिन्ह बन गया है।
भारी वाहनों की चलने के कारण डामरीकरण सड़क उखड़ा है। बरसात के बाद सड़क की मरम्मत किया जाएगा।
आर के गर्ग ईई , मुख्यमंत्री ग्राम सड़क विभाग, धमतरी
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