निधन : समाज और पार्टी की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहे डॉ चन्द्रहास साहू


भूपेंद्र साहू
धमतरी। ग्राम पंचायत से सरपंच बन अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत कर अविभाजित मध्यप्रदेश में कुरुद विधानसभा के विधायक रहे डॉ चन्द्रहास साहू ने सोमवार सुबह 84 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।उनके निधन से नगर एवं क्षेत्र में शोक व्याप्त हो गया ।निधन पर विधायक, पूर्व विधायक, अजजा आयोग उपाध्यक्ष,जिला, जनपद,नगर पंचायत सहित कांग्रेस भाजपा के जनप्रतिनिधियों व सभी वर्गो ने दुख व्यक्त करते हुए क्षेत्र की राजनीतिक क्षितिज में एक युग अस्त होना बताया।

मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक डॉ चन्द्रहास साहू विगत सप्ताह भर से अस्वस्थ चल रहे थे।जिनका इलाज रायपुर में कराया जा रहा था। इस बीच सोमवार की सुबह करीब 7 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे चल बसे। डॉ साहू के निधन की खबर उनके पार्षद पुत्र देवव्रत साहू,एवं ऐश्वर्य साहू ने सोशल मीडिया में दी। जिससे नगर और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर रायपुर से सीधे कुरुद उनके निवास पहुंचे जहाँ निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धाजंली दी।श्री चन्द्राकर ने उनके निधन को कुरुद व प्रदेश की राजनीति में बड़ी क्षति बताया।

इसी तरह धमतरी विधायक रंजना साहू, पूर्व विधायक लेखराम साहू, सोमप्रकाश गिरी, अजजा आयोग उपाध्यक्ष राजकुमारी दीवान, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, लक्ष्मीकांता हेमन्त साहू, जिला पंचायत सदस्य तारणी नीलम चन्द्राकर, सुमन संतोष साहू, जनपद अध्यक्ष शारदा देवी साहू,  नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चन्द्राकर, उपाध्यक्ष मंजू साहू, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद साहू,भरत नाहर, मुकेश कोसरे, पूर्व अध्यक्ष रविकांत चन्द्राकर, नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर,साहू समाज जिला अध्यक्ष दयाराम साहू , पार्षद मनीष साहू, आशीष शर्मा, मालक राम साहू सहित कांग्रेस, भाजपा के जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, गणमान्य नागरिकों,साहू समाज के लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया है।

कैसा रहा उनका सफर

1 जनवरी 1936 को जन्मे चंद्रहास साहू सन 1970 में कुरूद ग्राम पंचायत के सरपंच बने। उन्होंने इलाहाबाद से आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति का कोर्स भी किया था। सन 1980 में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कुरूद विधानसभा के लिए टिकट दिया और वे पूर्व मंत्री रहे भाजपा के यशवंत राव मेघावाले को हरा कर विधायक बने।1980 से 1985 तक वह विधायक रहे ।समाज सेवा के लिए हमेशा दलगत राजनीति से हटकर कार्य करते थे। जरूरत पड़ने पर अपनी साइकिल में सवार होकर निकल पड़ते थे।सरल मृदुभाषी आत्मविश्वास से परिपूर्ण डॉ साहू अपने कार्य स्वयं करना पसंद करते थे। सादा जीवन उच्च विचार के साथ पूरी निष्ठा के साथ पार्टी से जुड़े रहे ।कुरूद की विकास में नींव रखने में उनकी महती भूमिका रही।
 सामाजिक कार्य में भी वे हमेशा आगे रहे ।समाज को सुदृढ़ और मजबूती प्रदान करने में उनका अहम योगदान रहा ।उन्होंने साहू समाज के विभिन्न पदों को सुशोभित भी किया है।

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