मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से मुहैय्या हो रहीं ग्राम स्तर पर चिकित्सा सुविधाएं

 


23 हाट-बाजारों में अब तक 525 शिविर आयोजित, 11930 मरीजों को मिला लाभ


धमतरी 28 नवंबर 2020। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को और अधिक सुगम और सरल बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना का आगाज 2 अक्टूबर 2019 को किया गया। जिले के चारों विकासखण्ड के चिन्हांकित 23 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैम्प लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्यकतानुसार औषधियों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.के. तुर्रे ने बताया कि जिले में अब तक 525 शिविरों का आयोजन कर 11930 मरीजों का उपचार किया गया तथा 8636 रोगियों को निःशुल्क दवा वितरित की गई। शिविर में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के स्वास्थ्य परीक्षण के अलावा मलेरिया, टी.बी., एचआईव्ही, रक्तचाप, मधुमेह, रक्ताल्पता, नेत्र विकार, डायरिया सहित गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं का टीकाकरण करने के अलावा स्वास्थ्य संबंधी परामर्श देकर तथा इलाज कर उन्हें निःशुल्क दवाइयां दी जाती हैं।


 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत ‘मोर हटरी म अस्पताल‘ की थीम पर आधारित इस योजना के तहत प्रमुख हाट-बाजार वाले गांवों में ग्रामीणों को चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिसका बड़ा लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सामान्यतः यह देखा जाता है कि ग्रामीण अपनी छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिए बाजार वाले ग्राम व स्थान को प्राथमिकता देते हैं। इसे दृष्टिगत करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्रामीणों को हाट-बाजार वाले स्थानों में आए ग्रामीणों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत की है। इसी के तहत जिले के धमतरी, कुरूद व मगरलोड विकासखण्ड के 5-5 तथा नगरी विकासखण्ड के 8 प्रमुख हाट-बाजारों का चयन कर वहां स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कैम्प लगाया जाता है। डा. तुर्रे ने बताया कि अक्टूबर 2020 की स्थिति में अब तक कुल 525 शिविर आयोजित किए गए हैं, जिनमें मगरलोड विकासखण्ड में 169, नगरी में 141, कुरूद में 99 तथा धमतरी विकासखण्ड में 116 शिविर आयोजित किए गए हैं, जहां पर 11 हजार 930 रोगियों का उपचार किया गया, जबकि 8 हजार 636 मरीजों को निःशुल्क दवा का वितरण किया गया।

 


उन्होंने बताया कि हाट-बाजार क्लिनिक योजना की शुरूआत से अब तक मलेरिया के 1356 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसी तरह एच.आई.व्ही. के 23, रक्ताल्पता के 1592, कुष्ठ रोग के 33, रक्तचाप के 7858, मधुमेह के 4989, डायरिया के 118, आंख संबंधी रोग के 6098 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसी प्रकार 129 गर्भवती महिलाओं की जांच तथा 78 शिशुओं का टीकाकरण हाट-बाजार क्लिनिक में किया गया। इस प्रकार कुल 11930 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनमें से 8636 को निःशुल्क दवाइयां प्रदान की गईं। इस प्रकार मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच अंतिम छोर पर स्थित व्यक्ति तक सुलभ हो गई है, जिसका वास्तविक और प्रत्यक्ष लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है।


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