न्यू जेनरेशन ऑर्गनाइजेशन ने किया चित्रकार बसंत साहू का सम्मान




मुकेश कश्यप

 कुरुद। समाजसेवी संस्था न्यू जेनरेशन ऑर्गनाइजेशन ने विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर सुप्रसिद्ध चित्रकार बसंत साहू का सम्मान किया। 

इस अवसर पर चित्रकार बसंत साहू ने कहा कि मेरी चित्रकारी ही मेरी साधना हैं। व्यक्ति शरीर से नहीं मन से विकलांग होता हैं, अगर वह दृढ़ संकल्प कर ले तो कोई भी अड़चने उसे कामयाबी की बुलंदियों को छूने से नहीं रोक सकती। श्री साहू अपने जीवन के शुरुआती दौर को याद करते हुए बताया कि दुर्घटना के पहले कला के क्षेत्र में उनका रुझान था लेकिन जब सड़क दुर्घटना में उनके शरीर का अधिकांश भाग काम करना बंद कर दिया तो उसे और उसके परिवार को एक गहरे सदमे में डाल दिया। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और मन के कल्पनाओं को ब्रश और रंग से मूर्त रूप देना प्रारंभ किया। आज 25 साल सफर कैसे बिता पता ही नहीं चला। इन्हीं के बदौलत आज नगर सहित क्षेत्र में पहचान मिलीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी नशे में अपना जीवन बर्बाद कर रही हैं। उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि कला को एक नशा बनाएं और समाज के नवनिर्माण में योगदान दें। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपना आदर्श बताया और अपनी कामयाबी का श्रेय परिवार को दिया। 



इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्रवण साहू ने कहा कि चित्रकार बसंत साहू नगर के गौरव और हम सब युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। जो व्यक्ति अपने विकलांगता के कारण निराश और मायूस होते हैं उनके लिए आदर्श हैं। आज हम उनको सम्मानित कर गर्व महसूस कर रहे हैं। पूरा एनजीओ परिवार उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करते हैं। 

इस अवसर पर संस्था के संचालक रेखराम साहू, पार्षद एवं सभापति मनीष साहू, पार्षद बसंत साहू, उपाध्यक्ष रेखराम सारथी, चंद्रप्रकाश साहू,तुकेश साहू, ऐश्वर्य साहू, नेहा साहू, अनिता साहू एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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