भूपेंद्र साहू
धमतरी।आचार्य श्री महाश्रमण जी,साध्वी कनक प्रभा सहित 125 साधु संतों का धमतरी में 8 फरवरी को आगमन हो रहा है। जिसकी तैयारी में सकल जैन समाज लगा हुआ है। 2 दिनों के प्रवास में संतो के प्रवचन का लाभ धमतरी वासियों को मिलेगा।रविवार को पुरुर पहुंच चुके हैं रात्रि विश्राम कर सुबह धमतरी के लिए रवाना होंगे।
नवंबर 2014 से दिल्ली के लाल किले से निकले आचार्य महाश्रमण की अहिंसा यात्रा बस्तर रोड से होते हुए 8 फरवरी की सुबह 9:00 बजे धमतरी पहुंचेगी। उनके साथ लगभग 125 साधु संत होंगे। अंबेडकर चौक के पास स्वागत के बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी ।जो अंबेडकर चौक, रत्नाबांधा चौक, मकई चौक, सिहावा चौक होते हुए पुराने कृषि उपज मंडी प्रांगण पहुंचेगी। रास्ते में विभिन्न समाज और संगठनों के द्वारा स्वागत की तैयारी की गई है। पुरानी मंडी में पहुंचने के बाद महाश्रमण जी का प्रवचन होगा,जिसमें वे अहिंसा यात्रा के उद्देश्य के अलावा नशा मुक्ति के संबंध में विचार व्यक्त करेंगे ।
9 फरवरी की सुबह महाश्रमण जी का प्रवचन होगा। महाश्रमण जी की यात्रा को लेकर सकल जैन समाज में जोर शोर से तैयारियां की है। मंडी प्रांगण को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। उनके साथ अहिंसा यात्रा एवं प्रवचन में शामिल होने के लिए उड़ीसा, हैदराबाद ,तमिलनाडु ,दिल्ली-मुंबई, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव ,रायपुर, बालोद जिले से जैन समाज के लोग काफी संख्या में धमतरी पहुंच रहे हैं ।बाहर से आने वालों का सिलसिला शुरू हो चुका है। जिनके रुकने के लिए विभिन्न भवनों को आरक्षित किया गया है।
ज्ञात हो कि आचार्य महाश्रमण की अहिंसा यात्रा 9 नवंबर 2014 से दिल्ली के लाल किले से शुरू हुई थी। तीन उद्देश्य सद्भावना, एकता, नशा मुक्ति भावना के साथ शुरू हुई यह यात्रा भारत के 19 राज्यों में पहुंच चुकी है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ में है।कोंडागांव जिले में उन्होंने 50हजार किलोमीटर की पदयात्रा पूरी कर एक नया इतिहास रच दिया है।जैन समाज के साथ अन्य समाज के लोग भी इस यात्रा से सीख ले रहे हैं।
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