विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो क्षतिग्रस्त नहर लाइनिंग को किसानों ने श्रमदान करके बनाया

 






पवन निषाद

मगरलोड। किसानों को सिंचाई की सुविधा मिले इसलिए पूर्ववर्ती सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर राजाडेरा जलाशय बांध का निर्माण कराया था।जिससे आसपास के आठ गांवो के किसानों को लाभ मिलता है।पर बीते दिनों पानी गिरने से राजाडेरा जलाशय के दोनों किनारे नहर लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो गया था।जिससे किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुँच पाता था। 


पानी नहीं पहुंचने के कारण खेतों में दरार पड़ने लगा। किसानों ने नहर लाइनिंग की  मरम्मत हेतु प्रशासन व विभागीय अधिकारियों को आवेदन दिया था पर अधिकारियों की उदासीनता से मरम्मत नहीं हुआ। जिससे किसान चिंतित थे उनके खेतों में दरारे आ रहे थी सिंचाई के अति शीघ्र पानी की आवश्यकता थी। 

प्रशासन ध्यान ने ध्यान नहीं तो सोमवार को ग्राम  अमलीडीह,रेंगाडीह,कुल्हाड़ी कोट,गाड़ाडीह के तकरीबन 400 किसानों ने क्षतिग्रस्त नहर लाइनिंग को श्रमदान करके बनाया। किसानों ने बताया कि नहर के टूट जाने से लगभग 3000 एकड़ में पानी नहीं पहुँच पा रहा था। ऊपर से अच्छी बारिश भी नहीं हो रही है। फसल मरने की कगार पर पहुच गया था।श्रमदान से नहर बन जाने से खेतों तक पानी पहुँचेगा।



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