क्या चीन से डर गया WHO? सोशल मीडिया में छिड़ी बहस, आखिर कैसे हुआ "ओमीक्रान" का नामकरण


वतन जायसवाल

रायपुर। कोरोना के नए वेरिएंट ने दुनिया में दहशत फैलाना शुरू कर दिया है। वायरस और न फ़ैल पाए इसलिए दुनिया के तमाम देशों के साथ-साथ भारत में भी सतर्कता बरतने के उपाय शुरू हो चुके है। आइये जानते है आखिर कोरोना के नए वेरिएंट का नाम "ओमीक्रान" कैसे पड़ा?

 नए वेरिएंट का नाम और उसका शाब्दिक अर्थ जानने से पहले हमें यह समझना होगा की कोरोना वायरस के अब तक के जितने भी वेरिएंट आए हैं, उन सभी का नाम ग्रीक शब्दावली से रखा गया है। इसी क्रम में "ओमीक्रान" का नाम भी रखा गया है। वायरस का नामकरण विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि  WHO के द्वारा किया जाता है। नए वेरिएंट का नाम "ओमीक्रान" रखा गया है, जिसका अर्थ होता है "चिंता वाला वेरिएंट"।

 हालांकि इस नामकरण के वजह से सोशल मीडिया में WHO की खिल्ली भी उड़ाई गई। यूजर्स ने कहा कि चीन से डरकर वायरस का नाम बदल दिया गया। दरअसल ग्रीक वर्णमाला में 24 अक्षर होते हैं।  इसमें 15वें नंबर पर ओमीक्रान आता है। लेकिन ठीक इससे पहले 13वें नंबर पर nu और 14वें नंबर पर xi आता है। जिसकों वैज्ञानिकों ने छोड़ कर 15वें नंबर से नामकरण किया।


  सोशल मीडिया पर छिड़ी इस बहस के बाद वैज्ञानिकों ने अपना मत रखते हुए बताया कि  nu को इसलिए नहीं चुना, क्योंकि उसका अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार, असली अर्थ है भ्रमित करना। इससे ये लगता है कि nu नाम भ्रमित कर रहा है तो वहीं xi को इसलिए छोड़ा गया, क्योंकि चीन के राष्ट्रपति का नाम xi जिनपिंग हैं तो ऐसे में कोई इस वेरिएंट को चीन से आया वेरिएंट ना समझ ले।




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