कहार भोई समाज महासभा के भुवनलाल अवसरिया बने प्रदेशाध्यक्ष ,पुष्कर कहार महासचिव व काजल कहार कोषाध्यक्ष

 


मुकेश कश्यप

रायपुर।छत्तीसगढ़ कहार भोई समाज महासभा द्वारा लगभग दो साल के लंबे अंतराल के बाद  महासभा का आयोजन महासभा भवन रायपुरा में हुआ। विदित हो कि पिछले महीने हुए कार्यकारिणी की बैठक में इसके आयोजन के लिए प्रस्ताव पारित हुआ था और सभी की सहमति से इसके लिए रूपरेखा तय की गई थी।

प्रथम दिवस शनिवार को कार्यक्रम की शुरुआत जगतजननी कुलदेवी माँ कन्हाई परमेश्वरी की पूजा अर्चना से हुई। तदुपरांत कोरोना काल मे दिवंगत हुए सामाजिक बंधुओ की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उपस्थित राज प्रमुखों एवं पूर्व पदाधिकारियों को मंच में आमंत्रित कर उनका स्वागत किया गया. साथ ही नवीन राज्य पदाधिकारियों का श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही नियमानुसार राज्यो से टीका एवं सदस्यता शुल्क जमा करने के साथ ही राज्यों से आए विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा हुई। समस्त पदाधिकारियों व राज पंचों की सहमति से नए राज के रूप में पंडरिया (मुंगेली) को शामिल किया गया । इसके उपरांत महासभा में हुए आय-व्यय के लिए आडिट कमेटी बनाने पर चर्चा हुई एवं सर्वसम्मति से विभिन्न राज से प्राप्त सुझाव अनुसार आडिट कमेटी का गठन किया गया।साथ ही विभिन्न राज्यों से आए राज पदाधिकारियों, महासभा के पूर्व पदाधिकारियों एवं उपस्थित पंचों की सहमति से सामाजिक नियमावली में के संबंध में गहन विचार विमर्श कर संशोधन किया गया।कार्यक्रम के द्वितीय दिवस कहार मित्र मंडल द्वारा समाज के एकीकरण के प्रयास की जानकारी दी गई।

इसी बीच चुनाव अधिकारी एवं सहयोगी सदस्यों का मनोनयन किया गया जिसमें मनीष अवसरिया बिन्द्रावनराज को चुनाव अधिकारी एवं अजय कश्यप राजिम , विकास औसर महासमुंद व श्रीनागवंशी कांकेर राज को चुनाव हेतु सहयोगी मनोनीत किया गया।जिन्होंने महासभा के प्रदेश पदाधिकारियों के निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारम्भ की।जिसमे प्रदेशाध्यक्ष नवापारा राजिम राज के भुवनलाल अवसरिया, महासचिव रायपुर राज के पुष्कर कहार व कोषाध्यक्ष के रूप में काजल कहार चुने गए। कोषाध्यक्ष पद हेतु दो नामांकन आए थे जिसमें से रूपेश भार्गव ने अपना नामांकन वापस ले लिया।उपस्थित सामाजिकजनों द्वारा नवीन पदाधिकारियों का स्वागत मंच पर किया गया। साथ ही नए पदाधिकारियों को सभी समाजजनो ने अपनी ओर से हार्दिक बधाई प्रेषित की।

नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष श्रीअवसरिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता समाज को संगठित करने हेतु समाज का एकीकरण, पश्चात विभिन्न सामाजिक आयोजनों हेतु भवन का निर्माण के साथ ही समाज के विकास की दिशा में प्रयास करना होगा।उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के सभी राज्यों में सामाजिक कार्यक्रमों हेतु भवन का निर्माण होना चाहिए, जिन राज्यों में अभी तक सामुदायिक भवन नहीं बन पाया है, वहंा पर शासन प्रशासन के सहयोग से भवन की व्यवस्था करने का प्रयास किया जायेगा।इस दौरान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुंदन औसर, कैलाश कौशल, नवापारा राजिम से विक्रम धुम्रकेतु, अजय कश्यप, मुकेश अवसरिया, नवीन चमन, खिलावन घेवरिया, अर्जुन यमराज, मिलन धुम्रकेतु, विजय कश्यप, बिसौहा माँछल, वीरेन्द्र गौतम,महासमुंद से दीपक औसर, गौरीशंकर देवांगन, रायपुर से पूर्व महासभा उपाध्यक्ष रूखमणी कश्यप, मोहन सैनिक, एमन बोयर, कुरूद से सोहन कश्यप,खूबलाल नाग,मुकेश कश्यप,आरंग से हेमंत सैनिक, बिन्द्रावन से भूखन, संतोष बोयर, तरेंगा से श्यामू भोई, चारामा से नंदकिशोर गौतम, दुर्ग से रामबिशाल, महासभा उपाध्यक्षा मंजू अमर भोई, राजनांदगांव से नारायण भोई, पाटन से दुर्गेश कश्यप, न्यू राजेन्द्र नगर से दिनेश कहार, अपना राज से मंदिर प्रभारी पोषण कहार, होरीलाल, सिमगा राज से गोपाल मानस, नवापारा नगर देवांगन समाज के वरिष्ठ उमाशंकर देवांगन सहित महासभा के पदाधिकारी, महिला मंडल के पदाधिकारी, विभिन्न राज्यों से आए पदाधिकारी, राजपंच सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।

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