VDO:भूले बिसरे गीतों से सुहानी हुई शाम, अंतरा कला परिषद द्वारा दिव्यांगों के सहायतार्थ आयोजन



भूपेंद्र साहू
धमतरी।पिछले कई वर्षों से जारी अंतरा कला परिषद धमतरी द्वारा दिव्यांग जनों की सहायता के लिए भूले बिसरे गीत की सुरमयी शाम का आयोजन इस वर्ष भी किया गया ।जिसमें शहर के प्रबुद्ध श्रोताओं ने इतनी ठंड के बावजूद पुरानी फिल्मी गीतों का लुत्फ उठाया ।
नागपुर के सचिन डोंगरे के डायरेक्शन में आई संगीतकारों की टीम ने मधुर संगीत से सबको सराबोर कर दिया ।अपनी सुरीली आवाज से सुरभि डोंगरे नागपुर, अंचल शर्मा बिलासपुर, रजनी धुरिया भोपाल, विनय शुक्ला खंडवा, अनीश खान कोरबा, हरीश ग्वाला मुंबई, ने अपने पुराने गीतों की तान छोड़ कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया ।

विमल टॉकीज में आयोजित इस कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में भारतीय जैन संघटना महिला शाखा रही ।गीतों का सफर सबसे पहले सुरभि डोंगरे ने ऐ मालिक तेरे बंदे हम से किया ।इसके बाद मुझे किसी से प्यार हो गया.. बरसात में मिले हम तुम ..जाने कहां गए वो दिन.. जवां है मोहब्बत ..बचपन के दिन भुला ना देना... ए मेरे दिल कहीं और चल... एक हंसी ख्वाब शाम.. को ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत ..आने वाला कल जाने वाला है ...जुबां पे दर्द भरी दास्तां... 
जैसे एक से बढ़कर एक गीत सुनने को मिला कार्यक्रम का संचालन इंदौर की प्रो सुमित्रा जोशी और अदिति थिटे ने किया और आभार श्रीदेवी चौबे ने किया ।इस अवसर पर 39 दिव्यांग जनों को ढाई ढाई हजार रुपए नगद सहयोग के रूप में प्रदान किया गया। इसी तरह रुद्री बस्ती की एक कैंसर पीड़ित मरीज को 30000रु की आर्थिक सहायता दी गई ।कार्यक्रम को सफल बनाने की संरक्षक प्रो श्रीदेवी चौबे ,अध्यक्ष गोपाल शर्मा, सचिव प्रदीप कुमार साहू, आकाश गिरी गोस्वामी, होमेश्वर चंद्राकर ,संजीव शर्मा ,पीवी पराड़कर के अलावा भारतीय जैन संघटना महिला शाखा के अध्यक्ष सूर्य लुंकड़,वंदना चौरड़िया, गौरी लोढ़ा सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।

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