धर्मनगरी में दिखा जनता कर्फ्यू का ऐतिहासिक असर

मंदिरों के पट रहे बंद, घरों से नहीं निकले भक्त




प्रमेन्द्र अस्थाना( उत्तर प्रदेश)
  वृंदावन।कोरोना वायरस के तृतीय चरण में कम्यूनिटी संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई एक दिवसीय जनता कर्फ्यू की अपील का धार्मिक नगरी में जबरदस्त असर दिखाई दिया। यहां मठ-मंदिरों समेत चाय पान तक की दुकानें पूरे दिन बंद रहीं। जो सड़कें दिन भर जाम के झाम में फंसी दिखती थीं वहां रविवार को सुबह से ही सन्नाटा पसरा हुआ था। वहीं मंदिरों के पट बंद होने के कारण मंदिरों के बाहर भी दूर दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था।


  विश्वभर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस को भारत में बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की जनता से 22 मार्च रविवार को सुबह 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक अपने-अपने घरों में रहने की अपील की गई थी। प्रधानमंत्री द्वारा देश और जनहित में किए गए इस आह्वान का धार्मिक नगरी वृंदावन में ऐतिहासिक असर देखने को मिला। जहां नगर के सभी मंदिरों को आम दर्शनार्थियों के लिए 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। वहीं ठा. राधारमण मंदिर, ठा. राधादामोदर मंदिर समेत कई अन्य छोटे मंदिरों के पट रविवार को बंद रखे गए।


   कोरोना वायरस से बचाव के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों ने जाति धर्म और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रधानमंत्री द्वारा देश और जनहित में किए गए एक दिवसीय जनता कर्फ्यू का स्वेच्छा से पालन किया तथा अन्य लोगों को इसके लिए प्रेरित किया। जिसका उदाहरण इसी से देखा जा सकता है कि मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों व बाजारों के साथ-साथ गली-मौहल्लों में भी दिन भर सन्नाटा पसरा रहा।  
कोतवाली पुलिस द्वारा भी दिन भर शहर में गश्त कर लोगों को जनता कर्फ्यू के दौरान घरों में रहने का आह्वान किया। इस दौरान पुलिस द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपने-अपने घरों में रहने का संदेश प्रसारित किया।
                                                                                                                                                                                                                                                                    

     कोरोना वायरस से बचाव के उद्देश्य से शासन प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करते हुए विश्वविख्यात ठा. बांकेबिहारी मंदिर, ठा. राधाबल्लभ मंदिर, श्रीकृष्ण बलराम इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, ठा. राधासनेहबिहारी मंदिर, ठा. रंगनाथ मंदिर, ठा. राधादामोदर मंदिर, ठा. राधारमण मंदिर, मां कात्यायनी देवी मंदिर, पागल बाबा मंदिर, बनखंी महादेव मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर समेत अन्य सभी छोटे-बड़े मंदिरों के पट दिन भर बंद रहे। मंदिरों के आसपास पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। यहां मंदिर के सुरक्षा गार्ड्स या सेवायत के अलावा कोई दिखाई नहीं दे रहा था। ऐसा पहली बार हुआ है जब मंदिरों के पट बंद रहने पर कोई भी भक्त घरों से निकलकर मंदिर तक नहीं पहुंचा। वहीं नगर के पंचकोसीय परिक्रमा मार्ग में भी सुबह से शाम तक सन्नाटा पसरा रहा।


जाम दिखने वाले तिराहे-चौराहे दिखे सुनसान

   जनता कर्फ्यू के दौरान शहर के प्रमुख बाजार एवं तिराहा-चौराहा पर जहां दिन भर जाम के झाम रहता था। वह स्थान रविवार को सुनसान नजर आए। अधिकांश तिहारे-चौराहे या तो खाली पड़े थे या फिर कहीं कहीं दो-चार पुलिस कर्मी ड्यूटी देते नजर आए। डायल 112, चेतक मोबाइल एलं कोतवाली पुलिस के जवान शहर में लगातार गश्त कर रहे थे।

नगर निगम ने कराया सेनेटाइजेशन, चलाया सफाई अभियान

वृंदावन। कोरोना वायरस के चलते सरकार के आग्रह पर लगे जनता कर्फ्यू के दौरान नगर निगम प्रशासन पूरी तरह सक्रिय रहा। नगर निगम के कर्मचारी कहीं विशेष सफाई में जुटे रहे तो कहीं वायरस नाशक दवा का छिड़काव कर सेनेटाइजेशन का काम कर रहे थे।
अपर नगर आयुक्त सतेंद्र कुमार तिवारी के निर्देशन में निगम कर्मचारियों ने मंदिरों के आसपास, प्रमुख मार्गों एवं मौहल्लों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया तथा वायरस नाशक दवा से सेनेटाइजेशन का काम किया। साथ ही स्वास्थ्य निरीक्षक सुभाष कुमार एवं सौरभ अग्रवाल के नेतृत्व में विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
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