सरगी के खिलेश्वर यादव को मिल रही बधाई
धमतरी/मगरलोड।कहा
 जाता है कि  जब कोई लक्ष्य निर्धारित कर लिया जाए और उस लक्ष्य को हासिल 
करने के लिए लगन और मेहनत दोनों की जाए तो हर काम आसान हो जाता है। चाहे वह
 किसी भी परिस्थिति में भी हो । ऐसा ही कुछ कर दिखाया है एक खदान मजदूर के 
बेटे ने जिसने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 97.33% अंक लेकर जिले में अपना 
वर्चस्व बनाया है । इस बात का मलाल भी है कि मात्र एक नंबर से वह प्रदेश के
 मेरिट सूची में नहीं आ पाया ।
मगरलोड ब्लाक के ग्राम
 सरगी निवासी उमेश यादव के बेटे खिलेश्वर यादव ने शासकीय हायर सेकेंडरी 
स्कूल सरगी में कक्षा दसवीं की परीक्षा दी थी बोर्ड के परिणाम आने के बाद 
उसे 600 में 584 अंक हासिल हुए ।इस तरह से वह 97.33% अंक लेकर उत्तीर्ण हुआ
 ।उसे सभी विषयों में डिस्टिंक्शन मिले हैं ।खिलेश्वर भविष्य में जब जिला 
के द्वारा मेरिट सूची जारी की जाएगी तो निश्चित ही वह प्रथम स्थान प्राप्त 
करेगा ऐसी संभावना है ,क्योंकि राज्य की मेरिट स्थान  में जो दसवें नंबर पर
 विद्यार्थी है उसका 585 अंक है और खिलेश्वर का एक नंबर कम 584 अंक है 
। खिलेश्वर के पिता पूर्व में चरवाहा का काम करते थे अभी खदान में मजदूरी 
करते हैं। मां चंदाबाई भी मजदूरी करती है । चार भाई-बहनों में खिलेश्वर सबसे
 बड़ा है।खिलेश्वर को सरपंच लिकेश्वरी यादव,रोजगार सहायक सोहन साहू ,सचिव उमेन्द्र ,ग्रामवासीगैंदलाल,गोलू,रामकृष्ण,आदि ने बधाई दी।
 यूपीएससी के माध्यम से आईपीएस बनने का है ख्वाब 
खिलेश्वर
 यादव ने चर्चा करते हुए बताया कि वह वर्तमान में रोजाना 6 से 7 घंटे की 
पढ़ाई करता था ।टीवी और मोबाइल के लिए एक से डेढ़ घंटा समय निर्धारित कर 
लिया था ।प्राचार्य कुलेश्वर दीवान सहित सभी शिक्षकों का मार्गदर्शन रहा। उसने बताया कि 
12वीं सरगी स्कूल में ही वह पढ़ाई करेगा। गणित विषय लेकर स्नातक के बाद 
उसका ख्वाब यूपीएससी के माध्यम से आईपीएस बनना है ।लेकिन इसके लिए आर्थिक 
स्थिति अच्छी होनी चाहिए जो खिलेश्वर का परिवार इसमें पीछे हो सकता है 
।खिलेश्वर ने कहा कि उसकी इच्छा कोई अच्छे स्कूल में पढ़ने की है लेकिन 
पारिवारिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं होने के कारण उसे गांव के ही स्कूल में 
पढ़ना पड़ेगा ।कहीं से यदि आर्थिक मदद मिल जाएगी तो निश्चित ही किसी अच्छे 
स्कूल में पढ़ कर 12वीं में मेरिट में स्थान बनाना चाहेगा।
 



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