सर्दी-खांसी, बुखार के मरीजों के लिए घर बैठे टेलीमेडिसन की दी जाएगी सुविधा


20 जून तक चार वर्गों में लोगों का किया जाए सर्वे-कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य

 


धमतरी 02 जून 2020/ धमतरी जिले में अब कोरोना संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के लिए समुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिले में इसके लिए चरणबद्ध तरीके से योजना बनाकर क्षमता विकास और आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया जाएगा। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बैठक लेकर राजस्व, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास अमला को इसके लिए आवश्यक कार्य करने के निर्देश दिए। जिले के सभी ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों में सर्वे कर ऐसे लोगों का चार वर्गों में डेटा बेस बनाया जाएगा, जो कि 60 साल से अधिक उम्र के साथ अन्य बीमारियों जैसे बी.पी., शुगर, हार्ट, लकवा इत्यादि से ग्रसित, 60 से कम मगर अन्य बीमारियों से ग्रसित, गर्भवती महिलाएं, दस साल से कम उम्र के बच्चे हैं। आगामी 20 जून तक यह सर्वे काम करने के बाद इन पर सतत निगाह रखी जाएगी।

सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों के लिए अलग से टेलीमेडिसिन की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए हर दस घर के बीच ए.एन.एम. अथवा मितानिन का मोबाइल नंबर सार्वजानिक स्थल पर लगाया जाएगा, जिससे कि व्यक्ति सर्दी, खांसी होने पर तुरंत उस नंबर पर संपर्क करें। इसके लिए पंचायत और नगरीय निकायों में पंजी बनाई जाएगी, जिसमें सर्दी, खांसी, बुखार वाले मरीजों द्वारा संपर्क करने पर उनका विवरण जैसे नाम, आयु, पिता का नाम, अन्य कोई बीमारी इत्यादि का उल्लेख जैसा उन्होंने बताया उसे संधारित किया जाएगा। ए.एन.एम. अथवा मितानिन तुरंत चिकित्सक से कंसल्ट कर दवा की जानकारी मरीज अथवा उसके रिश्तेदारों को देगी। इस तरह उन लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी। घर पर रहकर ही उन्हें अपना इलाज कराना होगा। कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित करने कहा है कि डॉक्टर जब भी फोन पर मितानिन अथवा ए.एन.एम. को मरीज के इलाज के लिए सलाह दें, तो जरूरी होगा कि मरीज की पर्ची बनाकर संधारित करें, जिससे भविष्य में दिक्कत ना हो। इसी तरह यदि किसी भी व्यक्ति को अब सर्दी, खांसी के साथ सांस लेने में तकलीफ होगी, तो तुरंत उसे नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एम्बुलेंस के जरिए लाया जाएगा तथा उसका आर.टी.पी.सी किया जाएगा और उसका इलाज वहीं रख कर किया जाएगा। अगर व्यक्ति की रिपोर्ट धनात्मक आए तभी उसे कोविड अस्पताल में भेजा जाएगा। मगर सभी को यह लगातार समझाइश देनी है कि कोरोना से डरना नहीं है।
आज की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब हर ग्राम पंचायत में सरपंच, सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षक का दल बनाया जाए, जो समुदाय को जागरूक करने और समझाईश देने का काम करेगा। यह समझाइश देने के लिए जिले में अब मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए जाएंगे। हर ब्लॉक में दो-दो मास्टर ट्रेनर बनाए जाएंगे। उन्हें स्वास्थ्य विभाग प्रशिक्षित करेगा। इसके बाद यह मास्टर ट्रेनर्स एक माह तक 20-20 ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव, फिर ए.एन.एम., मितानिन तथा उसके बाद प्रधानपाठक और शिक्षक को प्रशिक्षित करेंगे। इसमें होम आइसोलेशन, कंटेनमेंट, शपथ पत्र भरने का तरीका इत्यादि सम्मिलित होगा। बैठक में कलेक्टर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, खण्ड चिकित्सा अधिकारी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को टीम भावना से मिल जुलकर काम करने की हिदायत दी। इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.डी.के.तुर्रे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।


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