जिले में बनाएं जाएंगे 20 मॉडल गौठान, विलेज इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना


धान खरीदी और गोबर खरीदी को सुचारू बनाए रखने,समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश


धमतरी 29 दिसम्बर 2020। जनशिकायतों सम्बन्धी प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकृत करने सभी अधिकारी एक समय सारिणी बनाएंगे, ताकि सप्ताह में दो दिन ऐसे प्रकरणों के लिए वे समय आरक्षित कर सकें। कलेक्टर  जय प्रकाश मौर्य ने समय सीमा की बैठक के दौरान उक्त निर्देश, मुख्यमंत्री और कलेक्टर जन चौपाल के लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान दिए। 

 


कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुबह 11 बजे से आहूत समय सीमा की बैठक में उन्होंने धान खरीदी की समीक्षा करते हुए चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर सुचारु खरीदी की व्यवस्था सुनिश्चित करने खाद्य और सम्बन्धित विभाग को निर्देशित किया। इस मौके पर बताया गया कि अब तक जिले के 71 हजार 146 (64ः,) पंजीकृत किसानों से तीन अरब 94 करोड़ 02 लाख 49 हजार 728 रुपए की दो लाख 09 हजार 756 मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। कलेक्टर ने धान खरीदी के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को बैठक में निर्देशित किया कि वे सम्बन्धित खरीदी केन्द्रों का शनिवार को नियमित दौरा करें और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने पर निगाह रखें। 

गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि यह शासन की महत्ती योजना है। अतः गोबर खरीदी को सुचारू बनाए रखें। उन्होंने बताया कि जिले में 20 मॉडल गौठान बनाए जाने हैं, जहां विलेज इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किया जाना प्रस्तावित है। विभिन्न विभागों के अभिसरण से इन गौठानों में काम किया जाएगा। इसके मद्देनजर कलेक्टर ने ब्लॉकवार बैठक रखने कहा। इसके बाद जिला स्तर पर विभिन्न विभागों की बैठक रखी जाएगी, ताकि चिन्हांकित गौठानों में समूह के प्रशिक्षण, क्षमता विकास के सारे प्रयास किए जा सकें। कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी को एक सर्वे करने कहा, इसके तहत् यह पता लगाया जाए कि गांवों में ऐसे कौन से उत्पाद बाहर से मंगाए जाते हैं, जिन्हें जिले के स्व सहायता समूह तैयार कर सकते हैं? इस आधार पर चिन्हांकित गौठानों में विभिन्न विभागों के समन्वय से विलेज इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाने की योजना है।

जिले में बच्चों में कुपोषण मुक्ति के लिए अब 1103 आंगनबाडियों में ऐसे आंगनबाड़ियों को चिन्हांकित किया जाएगा, जहां सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे हैं। उन्हें केन्द्र में रखकर अभिभावकों को विशेष समझाइश, फॉलो-अप, बच्चे को 4-5 बार मील देने पर जोर दिया जाएगा। इस अवसर पर कलेक्टर ने समय सीमा के लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए उन्हें समय सीमा पर गुणवत्तपूर्वक निराकृत करने के निर्देश दिए। बैठक में वन मंडलाधिकारी सतोविशा समाजदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी और स्वान के वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। 


 

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