बांसपारा में एक और उल्लू के मरने से वार्ड में दहशत

 


धमतरी। शहर में एक और उल्लू के मरने से बांस पारा वार्ड में आस्था नगर के लोगों में दहशत  है। बताया गया कि वार्ड वासियों ने जब एक उल्लू को देखा तो निगम के स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। सूचना देने के बाद भी  स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी भी प्रकार का रिस्पॉन्स नहीं मिला।  जिसके बाद भाजपा पार्षद मिथिलेश सिन्हा ने नगर निगम आयुक्त को सूचना दी। तत्काल नगर निगम आयुक्त ने पशु चिकित्सालय को सूचना दी, जिसके बाद पशु चिकित्सालय के  कर्मचारी पहुंचकर उस उल्लू को प्राथमिक उपचार देकर छोड़ दिया गया। थोड़ी बाद उल्लू की मौत हो गई। वार्ड वासियों ने बर्ड फ्लू की आशंका जताई है। जल्द  उल्लू का सेम्पल लेने के बाद रिपोर्ट लेने की बात कही है।

ज्ञात हो कि गुरुवार को कलेक्ट्रेट के पास 2 उल्लुओं की मौत हुई थी। जिसका सैंपल पुणे भेजा गया है। इसके पहले भी शांति कॉलोनी की ओर एक उल्लू की मौत हो चुकी है। लगातार उल्लुओं की मौत से शहर में कई तरह की चर्चा होने लगी है।फिलहाल जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक सिर्फ आशंका ही जताई जा सकती है।


बर्ड फ्लू के संभावित संक्रमण को लेकर उप संचालक ने सतर्कता बरतने की अपील की

 

पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले के पोल्ट्री व्यवसायियांे की  बैठक लेकर उपसंचालक डाॅ. एम.एस बघेल ने बर्ड फ्लू के संक्रमण एवं नियंत्रण के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्म में जैव-सुरक्षा मानकों, फार्म मे फूटबाथ, सेनिटाइजर आदि के उपयोग की सलाह दी। डाॅ. सीमा कृपलानी द्वारा बर्ड फ्लू के लक्षण, बचाव के संबंध में सभी पोल्ट्री व्यवसायियांे को विस्तार से जानकारी दी गई।उप संचालक ने बर्ड फ्लू या उसके समवर्ती लक्षण मिलने पर तत्काल विभाग को सूचित कर अपेक्षित सहयोग करने की अपील की।

 


 बर्ड फ्लू के चलते आमजनता में अण्डों व मुर्गी मांस के सेवन को लेकर भय का माहौल बनने की बात पर डाॅ. बघेल ने जानकारी दी कि बर्ड फ्लू भारत में वर्ष 2006 से निरन्तर हो रहा है तथा अब तक देश में एक भी प्रकरण इंसानों में संक्रमण का नहीं पाया गया है। उन्होंने बताया कि यह विषाणु मुख्यतः पक्षियों को संक्रमित करता है तथा मांस व अण्डे को 70 डिग्री सेन्टीग्रेड तापमान में तीन सेकण्ड तक पकाए जाने से यह विषाणु स्वतः नष्ट हो जाता है। अतः इस भ्रांति से डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्हांेने मुर्गी पालकों व मांस व्यापारियों को स्वयं के बचाव के लिए बार-बार साबुन से हाथ धोने एवं हाथों को सैनिटाइज करने की भी सलाह दी।

 

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