ग्राम मुजगहन में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के पंचम दिवस पर विधायक, कथा का श्रवण करने पहुंची
धमतरी।ग्राम मुजगहन में चल रहे संगीत में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ समागम में वृंदावन से आए व्यासपीठ पर विराजमान पंडित मुरलीधर जी महाराज द्वारा श्री कृष्ण की लीलाओं को अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को श्रवण करा रहे हैं। इस पावन पुनित अवसर पर क्षेत्र की विधायक रंजना डीपेंद्र साहू उपस्थित होकर महाराज से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रभु के कथाओं का श्रवण किए।
इस अवसर पर विधायक रंजना डीपेंद्र साहू ने कहा कि भक्ति किसी के करने से नहीं आती है, बल्कि प्रभु कृपा व संतों के सानिध्य से मिलती है। जब भक्ति करने आ जाती है, तो इसमें आनंद मिलता है, जब तक पहुंच श्री कृष्ण व प्रभु श्री राम जी के भक्ति का रस आप नहीं चलेंगे, तब तक इस से प्राप्त होने वाले आनंद का एहसास नहीं कर पाएंगे। प्रभु के नाम लेने से ही जीवों का कल्याण हो जाता है, इसलिए सभी मनुष्य को प्रभु नाम का जाप अवश्य करना चाहिएं। श्रीमद् भागवत कथा सुनने से ही मनुष्य के सभी पाप वैसे ही धुल जाता है। जब प्रभु श्री राम व श्री कृष्ण को भी मानव रूप में अवतार लेने पर दुखों का सामना करना पड़ा, तो मानव जीवन क्या है, दुख ही सुख का एहसास कराता है। श्रीमती साहू ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि वृंदावन वाले भागवताचार्य मुरलीधर के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का रसपान करने को मिल रहा है।
भगवताचार्य ने श्री कृष्ण की बाल लीलाएं सहित विभिन्न कथाओं का श्रवण करा रहे थे, उन्होंने कहा कि मानव जीवन में श्रीमद् भागवत कथा का खास महत्व है, इसे सुनने से मनुष्य का जीवन सफल हो जाता है, इसका ज्वलंत उदाहरण है जब राजा परीक्षित को सात दिन के अंदर मृत्यु प्राप्त होने का श्राप मिला और इस बीच में सात दिनों तक परम ज्ञानी सुखदेव जी से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण किया, तो अकाल मृत्यु से बचकर गोलोक धाम का प्राप्त हुए, इसीलिए हमें प्रभु में भक्ति में लीन रहना चाहिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य दमयंती केशव साहू, जनपद सदस्य धनेश्वरी साहू, शेष नारायण साहू, राजकुमार तिवारी, पुस्कर यादव, नारायण सेन, अग्नु राम साहू, शारदा देवी, नरेश तिवारी, संतोष तिवारी, राजेश तिवारी, मनोज तिवारी, लक्ष्मी नारायण साहू, देवेश साहू, ललिता सिन्हा, डॉ रामायण लाल साहू, ईश्वर सेन, द्वारका प्रसाद, विष्णु प्रसाद, सहित बड़ी संख्या में श्रीमद् भागवत कथा सुनने श्रोता उपस्थित रहे।
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