जनपद पंचायत मगरलोड के मनरेगा शाखा में चल रही मनमर्जी

 

जनप्रतिनिधि व हितग्राही परेशान

पवन निषाद

मगरलोड। धमतरी जिले के जनपद पंचायत मगरलोड के मनरेगा शाखा में कर्मचारियों से जनप्रतिनिधि व हितग्राही काफी परेशान है। ब्लॉक के गांव में चल रहे मनरेगा कार्यों में पेमेंट संबंधी जानकारी, कार्य स्वीकृति के संबंध में तकनीकी सहायकों द्वारा गोलमोल जवाब देने से जनप्रतिनिधि  परेशान है। मनरेगा संबंधित फाइलों के निपटारा के लिये रोज-रोज ऑफिस के चक्कर लगवा कर परेशान कर रहे है। 

 कार्य सूची के लिए स्टीमेट बनाकर धमतरी जिला पंचायत भेजने में महीनों का समय लग लगा रहे है। जिससे कई आवश्यक कार्य समय पर स्वीकृति होने से कार्य लंबित होकर विकास कार्य ढप पड़ा हुआ है। प्रतिनिधियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। ब्लाक के सरपंचों ने बताया कि किसी कार्य का मूल्यांकन कार्य बनाने का काम व कोई भी काम समय पर नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों के ऊपर जिम्मेदार अधिकारियों का कोई नियंत्रण नहीं है।

 कार्यालय समय में आने जाने का समय निर्धारण नहीं है। सभी कर्मचारी व जिम्मेदार अधिकारी अपनी मर्जी की मालिक है। पूर्व पदस्थ सीईओ को कई सरपंचों ने इस बात से कई बार मौखिक रूप से अवगत करा चुके है उसके बावजूद किसी कर्मचारी के ऊपर किसी अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे कर्मचारियों के मनमानी करने का हौसला बढ़ता चला गया है। वर्तमान में पदस्थ नए सीईओ हर्षिता पाठक से जनप्रतिनिधियों ने मिलकर अपनी पीड़ा सुनाई है।

 जल्द से जल्द प्रशासनिक कसावट के लिए अनुरोध किया है। जिसे सीईओ ने आश्वासन देते हुये प्रशासनिक कसावट की बात कही है। अब देखना यह है कि वर्तमान सीईओ अपने कार्य में कितना सफल होती है। यहां यह बताना आवश्यक होगा कि इसके पूर्व भी पदस्थ हुए अधिकारी भी सिर्फ आश्वासन देकर अपना काम चलाये है। लेकिन अभी तक किसी ने ठोस कदम नही उठाया है।



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