Video: डुबान क्षेत्र में 3 दतैल हाथियों की दहशत, 9 गांव के स्कूल बंद

  


वन विभाग की टीम लगातार चौकसी कर रही

भूपेंद्र साहू

धमतरी। धमतरी जिला हाथियों के लिये पसंदीदा बनने लगा है। अब फिर से 3 दतैल हाथी धमतरी रेंज के अरौद डुबान क्षेत्र में पहुंच गए हैं। एहतियात के तौर पर अरौद ग्राम पंचायत क्षेत्र के आसपास के 9 गांव के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वन विभाग की टीम लगातार चौकसी कर लोगों को जंगल की ओर जाने से मना कर रही है।

वन विभाग ने सुरक्षित घर पहुचाया


धमतरी जिला हाथियों को  भाने लगा है। पिछले कुछ महीनों से चंदा हाथियों के दल के अलावा अन्य गजराज दल भी समय-समय पर पहुंच रहे हैं। चंदा हाथी का दल धमतरी से आगे बढ़कर बालोद, कांकेर जिले में विचरण कर रहा है। नगरी क्षेत्र में भी कुछ समय पहले 25 हाथियों का दल पहुंचा था। अभी फिर से गरियाबंद क्षेत्र से केरेगांव रेंज होते हुए धमतरी रेंज के डुबान क्षेत्र में 3 दतैल हाथियों का दल पहुंचा हुआ है। जिससे लोगों में खौफ है। 

शुक्रवार रात अरौद क्षेत्र में तीनों हाथियों को विचरण करते हुए देखा गया, जो लोग घर वापस लौट रहे थे उन्हें डीएफओ सतोविशा समाजदार के दिशा निर्देश पर ड्यूटी में तैनात वन परिक्षेत्र अधिकारी महादेव कन्नौजे, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी राजेश वर्मा, परिक्षेत्र सहायक कुरूद जितेन्द्र सोनी, परिक्षेत्र सहायक धमतरी उमेश सिन्हा, अरौद बीट गार्ड हर्ष सिन्हा, शशिकांत साहू, मोंगरागहन सर्कल के पूरे स्टाफ ने गुजर रहे ग्रामीण एवं युवाओं को गजराज वाहन में सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।


सिलतरा पहुंचे तीनों हाथी

वन परिक्षेत्र अधिकारी महादेव कन्नौजे ने बताया कि केरेगांव रेंज की ओर तीनों हाथी जा रहे थे। शनिवार सुबह वापस लौट गए हैं। जिन्हें सिलतरा में देखा गया है। ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है। वन विभाग की टीम लगातार चौकसी कर रही है।


एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद किया गया 

अरौद क्षेत्र में हाथियों के आने की वजह से अरौद ग्राम पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत 9 गांव के प्रायमरी और 4 मिडिल स्कूल को एहतियात के तौर पर बंद रखा गया है जिसमें उरपुटी, कांदरी, सिलतरा, बरबांधा, पटौद, अरौद, पहरियाकोना, पटेलबुड़ा शामिल हंै। बीईओ डीआर गजेन्द्र ने बताया कि वन विभाग की सूचना पर एहतियात के तौर पर इन स्कूलों को बंद रखा गया है।


अरौद के ग्रामीणों की नींद उड़ी

अरौद निवासी कासिम रिजवी ने एमटीआई को बताया कि शुक्रवार रात 10-11 बजे तीनों हाथी अरौद पहुंच गए थे। उनके घर तक तीनों हाथी पहुंचे थे। नारियल पेड़ के अलावा कुछ फसल को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों से बचने के लिए सभी ग्रामीणों ने यथासंभव घर के छत में पहुंचकर अपनी जान बचाई। इस दौरान रात भर रतजगा करना पड़ा।



0/Post a Comment/Comments

और नया पुराने