1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार जीत पर निकली मशाल पहुंची रायपुर

 


वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा


रायपुर।1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार जीत के लिए वर्ष 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। 50 साल पहले पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने सिर्फ 13 दिनों के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। 16 दिसंबर 2020 को प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से 4 विजय मशाल जलाई गई और इन मशालों को 4 दिशाओं में देश के सभी हिस्सों में भेजा गया।

12 अक्टूबर 2021 को दक्षिणी मशाल मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया और चिल्पी और बमेतरा में भव्य स्वागत का आयोजन किया गया। उसके बाद मशाल को कोसा मुख्यालय में रखा गया। 13 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के  राज्यपाल ने राजभवन में विजय मशाल और छत्तीसगढ़ के 1971 के युद्ध नायकों को सम्मानित किया।14 अक्टूबर को डी डी यू ऑडिटोरियम में आर्मी बैंड संगीत कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ के 1971 के युद्ध के दिग्गजों के सम्मान में किया गया।15 अक्टूबर को नया रायपुर से भिलाई तक मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। रैली ने रायपुर शहर के सभी प्रतिष्ठित स्थानों को पार किया।16 अक्टूबर को डी डी यू सभागार में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ के 1971 के युद्ध के दिग्गजों को केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने सम्मानित किया।17 अक्टूबर नया रायपुर में साइकिल रैली द्वारा विजय मशाल का सम्मानI छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान 1971 के कई युद्ध नायकों को विजय मशाल द्वारा उनके घरों की यात्रा कर सम्मानित किया गया। 18 अक्टूबर मशाल को बिलासपुर ले जाया गया।


इसी परिप्रेक्ष्य में 19 अक्टूबर की दोपहर 12.00 बजे धमतरी गांधी चौक में स्वर्णिम विजय मशाल का आयोजन कर्नल श्री शर्मा के नेतृत्व में किया जाएगा।

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