शान से धमतरी पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल, 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले सैनिकों का हुआ सम्मान

 




धमतरी।1971 के युद्ध के दौरान भारत का पाकिस्तान पर शानदार विजयी होने के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर इस साल को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष‘ के रूप में मनाया जा रहा है। इसी तारतम्य में स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा मंगलवार अपराह्न धमतरी पहुंची। यहां के ऐतिहासिक गांधी चौक में संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर वर्ष 1971 के युद्ध में सम्मिलित रहे जिले के तीन सैनिकों का भी सम्मान किया गया।

1971 की ऐतिहासिक जीत के अवसर पर भारतीय सेना द्वारा निकाली गई स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा कांकेर जिला होते हुए दोपहर लगभग तीन बजे धमतरी के गांधी चौक पर पहुंची, जहां पर रेडक्रॉस वॉलिंटियर्स तथा नर्सिंग महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा रैली निकालकर स्वागत किया गया। मशाल का आगमन होते ही राष्ट्रगान गाकर सम्मान किया गया, इसके बाद सेना के जवान द्वारा मशाल को सौंपा गया। तदुपरांत गांधी चौक पर स्थित मंच पर स्वर्णिम विजय मशाल को स्थापित किया गया। इस अवसर पर 1971 के युद्ध में शामिल रहे जिले के तीन भूतपूर्व सैनिकों को भी आमंत्रित किया गया था, जिनके द्वारा मशाल पर पुष्प अर्पित कर सम्मानित किया गया। बताया गया कि जिले के भूतपूर्व सैनिक सूबेदार  केपी उपाध्याय, नायक ढेलूराम देवांगन,  सुकलाल साहू और वायुसेना के  रवि बिश्वास उक्त युद्ध में शामिल थे। इनमें से श्री उपाध्याय, श्री देवांगन तथा श्री सुकलाल साहू मंच पर उपस्थित थे। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक श्री उपाध्याय ने 1971 के युद्ध के अनुभवों को मंच से साझा किया तथा भारतीय सेना की गौरवशाली जीत के बारे में बताया। कार्यक्रम में उपस्थित महापौर  विजय देवांगन ने 1971 के युद्ध में शामिल रहे सभी भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इसके उपरांत मशाल को पुनः कर्नल रोहित शर्मा के सुपुर्द किया गया, तत्पश्चात स्वर्णिम मशाल को ससम्मान प्रस्थान किया गया। 

कर्नल शर्मा ने बताया कि 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले देश के बहादुर सैनिकों को सम्मान देने और जनता, विशेष रूप से युवा पीढ़ी में गर्व की भावना जागृत करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘स्वर्णिम विजय मशाल‘ यात्रा आयोजित की जा रही है। दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर विजय दिवस 2020 पर चार ज्वलंत विजयी मशालें जलाई गईं तथा ये मशालें युद्ध नायकों के गांवों सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में चारों दिशाओं में यात्रा पर हैं। 

उन्होंने बताया कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में छत्तीसगढ़ के 40 से अधिक युद्ध नायकों ने हिस्सा लिया, जिसके तहत छत्तीसगढ़ में 12 से 19 अक्टूबर के बीच स्वर्णिम विजय मशाल की यात्रा जारी है। इस दौरान विभिन्न स्मारक कार्यक्रम आयोजित कर पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जा रहा है तथा इसी क्रम में आज मशाल यात्रा का धमतरी आगमन हुआ। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल, ए.डी.एम. ऋषिकेश तिवारी, एसडीएम विभोर अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर अर्पिता पाठक सहित भूतपूर्व सैनिकों के अतिरिक्त रेडक्रॉस सोसायटी और नर्सिंग महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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