नही रहे 'बप्पी दा' अलग आवाज, संगीत और सोना था उनकी पहचान

 



मुंबई। जाने-माने संगीतकार, गायक बप्पी लाहिरी का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें बप्पी दा के नाम से जाना जाता था। वे फिल्मों में अपनी एक अलग आवाज और संगीत के लिए जाने जाते थे

 पीटीआई ने डॉक्टर के हवाले से इस खबर की पुष्टि की है। बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक गाने दिए हैं। वह 69 साल के थे। बप्पी हमेशा से फिल्मों में अपनी एक अलग आवाज और संगीत के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा उनकी पहचान उनके सोने के गहनों से भी होती थी।

 बप्पी लाहिरी का जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। उन्होंने  साल 1973 में हिंदी फिल्म नन्हा शिकारी में पहली बार संगीत दिया था। इसके एक साल बाद उन्होंने बांग्ला फिल्म दादू में भी संगीत देने का काम किया। बप्पी लीजेंड्री सिंगर किशोर कुमार के भतीजे लगते थे।

बॉलीवुड में उनकी पहचान फिल्म जख्मी से हुई। यह फिल्म साल 1975 में रिलीज हुई थी। बतौर संगीत निर्देशक इस फिल्म से उनको काफी लोकप्रियता हासिल हुई। वे ना सिर्फ एक अच्छे संगीत निर्देशक थे बल्कि एक अच्छे गायक भी थे। उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में संगीत दिए और गाने गाए। चलते-चलते, डिस्को डांसर, नमक हलाल, शराबी, धर्म-कर्म, टैक्सी नंबर 9211, द डर्टी पिक्चर, और बद्रीनाथ की दुल्हनियां जैसी फिल्मों में संगीत और आवाज दी।

बप्पी हिंदी, कन्नड़, तेलुगु और उड़िया सहित अलग-अलग भाषाओं में 5 हजार से अधिक गीतों में संगीत दिया। उनके लोकप्रिय गीतों में यार बिना चैन कहां रे (साहेब), आई एम डिस्को डांसर ( डिस्को डांसर), आज रपट जाएं ( नमक हलाल), रात बाकी (नमक हलाल), दे दे प्यार दे ( शराबी), तम्मा तम्मा ( थानेदार), ऊ ला ला ( द डर्टी पिक्चर) शामिल हैं।



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