Video:आदिवासी समाज का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा,हुई सकारात्मक चर्चा

 


11 सूत्रीय मांगों को लेकर बस्तर सहित विभिन्न जिलों के हजारों आदिवासी कर रहे हैं प्रदर्शन 


चिटौद पावर हाउस के पास डटे हुए हैं

भूपेंद्र साहू

धमतरी।आखिरकार आदिवासी समाज के लोग मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए तैयार हो गए । शुक्रवार की सुबह विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी सहित विभिन्न जिलों के कलेक्टर, एसपी के बीच वार्ता के बाद आदिवासी समाज इस बात के लिए राजी हुआ कि वे मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्या रखेंगे। मनोज मंडावी और मानपुर विधायक के साथ 15 सदस्य प्रतिनिधि मंडल रायपुर पहुंचा जहां सकारात्मक चर्चा की खबर है। प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। 

अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर विभिन्न जिलों के आदिवासी गुरुवार को राजा राव पठार के पास पहुंचे थे और सड़क जाम कर दिया था। आगे बढ़ने पर उन्हें चिटौद में रखा गया है। वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। प्रदर्शन को देखते हुए धमतरी बालोद कांकेर सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी पुलिस बल तैनात है जब तक प्रतिनिधि मंडल सीएम से चर्चा कर वापस नहीं लौट जाता तब तक बाकी लोग वहीं पर मौजूद रहेंगे। स्थिति को देखते हुए धमतरी कलेक्टर पीएस एल्मा, एसपी प्रशांत ठाकुर, एएसपी निवेदिता पाल, एडीएम अभिषेक तिवारी, डिप्टी कलेक्टर अर्पिता पाठक विभिन्न स्थानों के इंस्पेक्टर, बालोद कलेक्टर जनमेजय मोहबे,एसपी गोवर्धन ठाकुर, कांकेर कलेक्टर,एसपी कवर्धा एएसपी मनीषा ठाकुर सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी मौजूद थे। चार वज्र वाहन और फायर ब्रिगेड को भी नेशनल हाईवे में तैनात किया गया है।


बातचीत के लिए हुए राजी: मनोज मंडावी 

विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने कहा कि हमारा निवेदन था कि कोई भी लड़ाई का हल बिना बातचीत के नही निकल सकता है। सभी आदिवासी समाज के लोग हैं बस्तर का मुद्दा हो या फिर छत्तीसगढ़ का यदि आप नेतृत्व करता से बात करेंगे तभी हो सकता है।

 संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों का उल्लंघन : सरजू नेताम 

सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष और रैली के नेतृत्वकर्ता सरजू नेताम ने बताया कि सिलगेर, ताड़मेटला सहित 11 मुद्दे हैं जिन्हें लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं जिन लोगों पर नरसंहार हुआ है वहां की न्यायिक जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार सत्ता में आने के पहले जो घोषणा पत्र में ग्राम सभा को जमीन पर लाने की बात कही थी, जल जंगल जमीन, भूमि अधिग्रहण की बात, बस्तर में सैनीकी करण कर दिया गया है यह युद्ध जैसा माहौल बना दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। आदिवासियों को जबरन फंसाया जा रहा है।


 सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: एसपी 

बालोद एसपी गोवर्धन ठाकुर ने बताया कि  रैली जो विधानसभा घेराव करने जा रहे थे उनको पुरुर में रोका गया है। प्रतिनिधि मंडल सीएम की चर्चा के लिए रवाना हो चुका है छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जगहों से लगभग 700 का बल यहां तैनात किया गया है। बेरिकेटिंग भी की गई है। स्थिति को देखते हुए वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है।इसे सामान्य होने पर नेशनल हाईवे में चालू किया जाएगा।



0/Post a Comment/Comments

और नया पुराने