महिलाओं के हितों से कुठाराघात करना उनसे झूठे वादे करना कांग्रेस सरकार की रीति और नीति: रंजना साहू

 


रेडी तो ईट पूरक पोषण आहार के वितरण का कार्य पुनः महिलाओं को देने विधायक ने बुलंद की आवाज़


धमतरी। भूपेश बघेल सरकार ने में आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिये से महिलाओं और बच्चों में बांटे जाने वाले रेडी टू ईट का उत्पादन ऑटोमेटिक मशीन से कराने का निर्णय लिया था,जिसके बाद से महिला स्वयं सहायता समूहों ने व्यापक स्तर पर विरोध किया था। न्यायालय में अपना पक्ष रखा  जिसके बाद उच्च न्यायालय ने सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए रेडी तो ईट पूरक पोषण आहार का उत्पादन मशीन द्वारा जारी रखने की बात कही।धमतरी विधायक रंजना साहू ने महिला स्व सहायता समूह के संबंध में अपनी बातें विस्तार से रखी और कहा रेडी टू ईट विषय पर न्यायालय के फैसले का हम सम्मान करते हैं लेकिन इन सब विषयों पर जब सरकार का ध्यानाकृष्ट कराया गया था तो राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने महिलाओं को आश्वासन दिया था कि रेडी टू ईट पूरक पोषण आहार का वितरण कार्य महिला स्व सहायता समूहों द्वारा ही कराया जाएगा और सदन में भी यह बात कही थी किन्तु आज इसका मशीनों द्वारा इसके उत्पादन के बाद वितरण का कार्य भी ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा है,जिससे समूहों की महिलाओं के सामने रोजगार का एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा महिलाओं के हितों की चिंता करते हुए महिलाओं के द्वारा इस कार्य को कराने का निर्णय लेकर प्रदेश की लाखों महिलाओं को रोजगार देने की व्यवस्था की गई थी और इसके विपरीत कांग्रेस महिलाओं को झूठे वादे कर सत्ता में आती है और उनके हक को छिनने जैसा कार्य करती है उसके बाद इनके मंत्री द्वारा वितरण का झूठा आश्वासन दिया जाता है वो भी ठेकेदारों द्वारा किया जाता है अपने हर फैसले से भूपेश सरकार ने महिलाओं को छला है महिलाओं के हितों से कुठाराघात किया है,मैं स्वयं एक महिला होने के नाते राज्य की असंवेदनशील सरकार से माँग करती हूँ कि महिलाओं से किया हुआ वादा निभाते हुए उक्त पूरक पोषण आहार के वितरण का कार्य पुनः महिलाओं को देकर उन्हें रोजगार प्रदान करें।



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