धमतरी। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ यू एल कौशिक को हटाने के विरोध में शनिवार को अस्पताल के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इमरजेंसी को छोड़कर सभी सेवाएं बाधित रही। दूरदराज से आए मरीजों को वापस लौटना पड़ा।
शनिवार सुबह जब मरीज जिला अस्पताल पहुंचे तो देखा कि ओपीडी बंद है पंजीयन भी नहीं हो रहा है। धीरे-धीरे भीड़ इकट्ठा होने लगा जब मीडिया के लोग पहुंचे तो यह जानकारी मिली कि कलेक्टर ने सिविल सर्जन को हटाकर दूसरे को प्रभार दे दिया है जिसके विरोध में सभी हड़ताल पर चले गए, जिसकी वजह से मरीज भटकते रहे।
आरएमओ राकेश सोनी ने बताया कि सड़ी गली लाश केरेगांव थाना क्षेत्र से आई थी जिसका पोस्टमार्टम यहां संभव नहीं था। 5 लोगों की टीम बनाई गई उसे मेकाहारा भेजा गया।इसी तारतम्य में कलेक्टर ने सिविल सर्जन के पद से हटा दिया है। जिसके विरोध में सभी काम बंद रखे हैं, इमरजेंसी सेवाएं चालू है।
स्किन स्पेशलिस्ट डॉ मधुप ने कहा कि जिला प्रशासन का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद प्रदेश स्तर पर और मुख्यमंत्री से मिलेंगे। अभी इसकी सूचना दी जाएगी। जब तक सिविल सर्जन को वापस नहीं लाया जाता है तब तक विरोध जारी रहेगा।इस संबंध में कलेक्टर पीएस एल्मा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन नहीं हो पाया।
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