विनोद गुप्ता विशेष संवाददाता
नगरी-जिस
सड़क के निर्माण के लिए क्षेत्र की जनता कई किलोमीटर पैदल चल कर शासन
प्रशासन को जगाया था वहीं सड़क महज दो वर्षों में ही जर्जर हो गई है,
निर्माण कार्य में बरते अनियमितता के चलते कई राज्यों को जोड़ने वाली
करोडों की लागत से बनी सड़क फिसड्डी साबित हो रही है वही कुछ घंटों की
बारिश से पुल पुलिया में बाढ़ आने से मार्ग अवरुद्ध भी हो जाता है।
ग्रामीण
धर्मेंद्र साहू, तिरेन्द्र यादव, मनोज साक्षी, संतोष जैन, पारस जैन जगन
कहते है की शासन प्रशासन द्वारा 2017 में नगरी बोराई पहुंच मार्ग का
निर्माण कराया गया था लेकिन महज 2 वर्ष में ही सड़क की हालत दयनीय हो चुकी
हैं। पूर्व की भांति ही सड़क के कई जगहों पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए है और
निर्मित सभी पुल पर सड़क बैठ गई है जो गंभीर दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे
है। चूँकि इसी मार्ग से राहगीर ओडिसा, आंध्रप्रदेश, बस्तर जाते है इसलिए यह
सड़क क्षेत्र के व्यस्तम सड़कों में से एक है, रोज इसी सड़क से सैकड़ो बड़ी
छोटी गड़िया चलकर अपने गंतब्य तक पहुचती है सड़क की जर्जर हालत के चलते
आवागमन बाधित हो रहा है। कई बड़ी गाड़ियों के बीच सड़क में फस जाने से मार्ग
अवरुद्ध हो रहा है जिससे जाम की स्तिथि बन रही है लोगो को अपने गंतब्य तक
पहुचने में कई घंटो इन्तजार करना पड़ रहा है मसलन यह है कि सरकार द्वारा कई
करोड़ रुपये खर्च कर सड़क निर्माण कराया गया लेकिन महज दो वर्षों में ही कई
राज्यों को जोड़ने वाली सड़क भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई है। सुमित खण्डेलवाल,
कैलाश जैन, पदम जैन ने बताया की सड़क की दुर्दशा के चलते शुक्रवार को भी
लोड गाड़ियों के नही निकल पाने के कारण कई गड़ियों की कतार लगी रही जिसकी वजह
से लोगो को काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र की जनता सरकार व
जनप्रतिनिधियों से सड़क मरम्मत की मांग की है।
कैलाश
जैन-बोराई क्षेत्र के युवा नागरिक कैलाश जैन बताते है कि सड़क बनते समय
जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने भी गुणवत्ता पर ध्यान नही दिया उनकी उदासीनता
के चलते समय से पहले ही सड़क उखड़ गईं है। जिसका खामियाजा हम क्षेत्रवासियों
को भुगतना पड़ रहा है। निर्माण कार्य में जुड़े ऐसे भ्रस्त लोगों पर शासन को
कार्यवाही करनी चाहिए।सुमित खंडेलवाल का कहना है कि मार्ग के जिर्णोधार के
साथ साथ सरकार को पुल पुलिया निर्माण पर भी ध्यान देना होगा करोडों की
लागत से बने सड़क में दो जगहों पर पुल निर्माण अतिआवश्यक है क्योंकि ये दो
जगह आठदाहरा और सीतानदी में कुछ घण्टों की बारिश में ही पुल पर बाढ़ आ जाता
है जिससे क्षेत्र का यह व्यस्तम मार्ग अवरुद्ध हो जाता है लोग जान की बाजी
लगाकर बहते धार को पार करते है जिससे जाममाल की हानि की प्रबल संभावना बनी
रहती है। कुछ दिनों पूर्व ही एक बाइक चालक के बह जाने व सीमेंट से भारी
ट्रक पलटने की घटना यहा हो चुकी है।
पीडब्लूडी
एसडीओ नगरी आर आर सुर्या ने कहा कि सड़क मरम्मत के लिए आदमी तैनात कर दिया
गया है, अभी बारिश की वजह से डामरीकरण का कार्य नही कराया जा सकता माह
अक्टूबर के बाद डामरीकरण का कार्य किया जाएगा तब तक गड्ढो में गिट्टी भरकर
मार्ग सुधार का कार्य किया जा रहा है।
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