जबर्रा के पर्यटन विकास की गूंज राष्ट्रीय स्तर पर पहुंची


  कलेक्टर ने मुंबई में आयोजित टीआईएसएस एंड ऑक्सफैम के राष्ट्रव्यापी सेमिनार में  दी प्रशासनिक पहल और गतिविधियों की जानकारी 

धमतरी ।  मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में आयोजित "सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन एवं आजीविका के अवसर" विषय आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला सह सेमिनार में कलेक्टर रजत बंसल ने जिले के जबर्रा में पर्यटन विकास की संभावनाओं तथा जिला प्रशासन द्वारा मुहैय्या कराई जा रही सुविधाओं पर व्याख्यान दिया। इस तरह पर्यटन की दृष्टि से जबर्रा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।       
प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने उक्त कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं आयुक्त, आदिवासी विकास मुकेश कुमार बंसल और जिले के कलेक्टर रजत बंसल का चयन किया। मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) में रविवार 16 फरवरी के दोपहर को आयोजित सेमिनार के उद्घाटन सत्र में छत्तीसगढ़ में प्रतिनिधित्व कर रहे जिले के कलेक्टर ने आदिवासी बाहुल्य जबर्रा के वन क्षेत्र में पर्यटन के विकास हेतु विगत छह माह में किए गए कार्यों तथा गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अगस्त 2019 में ज़िले के प्रवास के दौरान जबर्रा को ईको टुरिज्म के तौर पर विकसित करने की घोषणा की थी, जिस पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने अनेक गतिविधियों को अंजाम दिया। साथ ही भविष्य में आने वाली चुनौतियों व स्थानीय ग्रामीणों को रोज़गार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार की गई कार्ययोजनाओं का पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया। सेमिनार में देश भर के वक्ताओं एवं विषय विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने जबर्रा में जिला प्रशासन द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की सराहना की। इस दौरान कलेक्टर ने इसमें शामिल वक्ताओं, शिक्षाविदों, विषय विशेषज्ञों व गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों को जबर्रा में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तैयार किए गए प्रादर्श का अवलोकन करने आमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर जबर्रा आने की इच्छा जताई।  दो दिवसीय कार्यशाला सह सेमिनार का समापन सोमवार 17 फरवरी को होगा।   

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