व्यापार में नुकसान होने से डिप्रेशन में रहा, स्पर्श से मिला सहारा

 


मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता से ही सही समय पर होगा निदान



धमतरी, 9 अक्टूबर 2020। व्यापार में उतार चढाव और मुनाफे में कमी आना स्वाभाविक प्रक्रिया होता है। लेकिन कुछ लोग जिंदगी के इस संघर्ष का सामना आसानी से नहीं कर पाते और धीरे-धीरे डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं। ऐसे ही धमतरी शहर के एक प्रतिष्ठीत व्यापारी अजय कुमार (बदला हुआ नाम) को वर्ष 2018 बिजनेस में भारी नुकसान होने के बाद तनाव में रहने लगा। ट्रेक्टर डीलरशिप के बिजनेस के लिए उधार में लिए पैसे को वापस करने के दबाव में रहने से शराब भी पीने का आदी हो गया था। इस वजह से 6 महीने में अजय कुमार को नींद आने में परेशानी, नकारात्मक भाव, कानों में अजीब तरह की आवाजें, उदास रहना, खाने पीने में रुची नहीं और एक दिन उसने नींद की दवा का पूरा पत्ता खा लेने पर गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचा।


डिप्रेशन के शिकार होने के बाद अजय के परिवार वालों ने जिला अस्पताल में मानसिक रोग से संबंधित इलाज के लिए स्पर्श क्लीनिक  के चिकित्सक व काउंसलर से संपर्क किया। मनोरोग चिकित्सक डॉ. रचना पद्मवार ने 6 महीने तक व्यापारी का इलाज किया। वहीं स्पर्श क्लीनिंक के काउंसलर साइको सोशल वर्कर पूनम देवांगन ने भी मनोरोग से पीड़ित व्यापारी को हर महीने काउंसलिंग कर उनके मन में आने वाले नकारात्मक भाव को खत्म किया। अब अजय कुमार ने शराब की लत से भी मुंहमोड़ लिया है । मनोरोग चिकित्सक डॉ. रचना पद्मवार 6 महीने के इलाज के बाद योग, मेडिटेशन और काउंसलिंग से पूरी तरह डिप्रेशन से उबर कर एक बार फिर अपने बिजनेस को सुचारू रूप से चला रहे है।



धमतरी के 52 वर्षीया ट्रेक्टर डीलरशिप का व्यवसाय करने वाले व्यापारी अजय कुमार अब अपनी पत्नी और बेटी के साथ जिंदगी को दोबारा खुशी से व्यतीत करने लगा। काउंसलर पूनम देवांगन ने बताया अजय के साथ साथ परिवार वाले कैसे व्यवहार करें। इसके लिए पूरे परिवार का भी काउंसलिंग किया गया। योग और मेडिटेशन की सलाह को पूरी ईमानदारी से करते हुए अब वे पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए। अजय कुमार अब समाज में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के इलाज के लिए जागरुक कर रहे हैं। अपने दोस्तों और आसपास के लोगों को शराब छुठ़वाने की मुहिम चला रहे हैं साथ ही मानसिक रुप से परेशान लोगों को स्पर्श क्लीनिंक में इलाज कराने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं जोकि समाज के लिए प्रेरणादायी संदेश है।


जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ जेएम खालसा ने बताया स्पर्श क्लीनिक के ओपीडी में हर महीने लगभग 800 से अधिक लोगों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा कोविड-19 के इस दौर में होम आइशोलेशन और कोविड का इलाज करा रहे लोगों का भी मोबाइल के जरिए काउंसलिंग किया जा रहा है। उन्होंने बताया, कोविड-19 की वजह से कई लोगों में इंजाइटी यानी घबराहट होने की शिकायत आ रही है जिससे लोगों की नींद की समस्या और पसीने ज्यादा आ रहे हैं। वही कुछ लोगों में ओसीडी यानी बार-बार एक ही चीज को दोहराने लगते हैं। कुछ लोगों में एल्कोहलिक बीमारी भी शुरु हो जाती है।


नोडल अधिकारी डॉ खालसा ने बताया, 10 अक्टूबर को होने वाले विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में लोगों के  मानसिक रोगों का निशुल्क इलाज कराने के लिए जागरुकता अभियान 9 से 12 अक्टूबर तक जिले में चलाया जाएगा | उन्होंने बताया मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता, वेबीनार, ई-रिक्सा में लाउडस्पीकर के जरिए प्रसार-प्रसार व शहर के प्रमुख बाजारों में नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया जा रहा है।

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