12 घंटे के रात्रि कालीन ड्यूटी को बताया अन्यायपूर्ण तत्काल निरस्त करने की मांग
धमतरी।सर्व शैक्षिक संगठन जिला धमतरी के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधीश धमतरी एवं डी ई ओ धमतरी को कोविड-19 अंतर्गत ड्यूटीरत शिक्षकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा देने बीमा एवं सुविधा का लाभ प्रदान करने सहित अपने सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर तत्काल इसके निराकरण की मांग की ।
जिलाधीश के प्रतिनिधि के रूप में डिप्टी कलेक्टर डीसी बंजारे ने ज्ञापन लेते हुए प्रतिनिधि मंडल को संघ की मांगों को जिलाधीश को अवगत करा कर समस्याओं के निराकरण के लिए आश्वस्त किया गया। पदाधिकारियों ने डीईओ से टेलीफोन से चर्चा करते हुए शिक्षको की समस्या व मांगों से अवगत कराया जिस पर डीईओ ने प्रतिनिधिमंडल के साथ जल्द ही बैठक कर समस्याओं के निराकरण के लिए आश्वस्त किया है।
विगत दिनों सर्व शैक्षिक संघ जिला धमतरी का वर्चुअल बैठक संपन्न हुआ। जिसमे दिवंगत शिक्षको के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। जिले मे जिला प्रशासन के निर्देश पर कोरोना के रोकथाम व प्रबंधन के उद्देश्य से शिक्षक- शिक्षिकाओं की क्वॉरेंटाइन सेंटर, टीकाकरण सेंटर, कांटेक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव सर्विलांस,अस्पताल, शमशानघाट एवं कोरोना संबंधित अन्य प्रकार की ड्यूटी बगैर किसी तरह सुरक्षा के लगाई गयी है। शिक्षको को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के 10 से 12 रात्रिकालीन ड्यूटी करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जबकि आजपर्यंत ड्यूटी पूर्व न कोई प्रशिक्षण दिया गया न बीमा कराई गई यहा तक कि शिक्षको को अभी तक कोरोना वारियर्स नही माना गया है जिससे जिले के सभी शिक्षको मे तीव्र आक्रोश है। इस तरह के अव्यवाहरिक आदेश के कारण ड्यूटीरत लगभग 10 शिक्षको ने अपनी जान गंवा दिये। मृतक के आश्रितों को आजतक न राहत राशि मिली न बीमा न अनुकम्पा नियुक्ति। इस घटना से जिला के समस्त शिक्षक व उनके परिवार भयभीत एवं स्तब्ध है।
शिक्षक हमेशा से ही संकट के घड़ी मे भी शासन - प्रशासन का हर परिस्थितियों मे सहयोग करता आ रहा है और कोरोना महामारी में भी न केवल सहयोग करना चाहता है बल्कि समाज की सेवा करने के लिए पुरी तरह से तैयार एवं तत्पर है। परन्तु बिना सुरक्षा सुविधा के ड्यूटीरत शिक्षको के लगातार संक्रमित होने व असमतय कलातीत होने के कारण सर्व शैक्षिक संघ शिक्षको के ड्यूटी का विरोध कर रहा है। आने वाले समय मे ड्यूटी के दैरान कोई भी शिक्षक संक्रमित न हो इस हेतु संघ ने शासन प्रशासन से मांग की है कि अन्य कर्मचारियों की भांति शिक्षको को भी कोरोना वारियर्स घोषित करें। उनका 50 लाख का बीमा कवर हो,ड्यूटी पूर्व प्रशिक्षण व सुरक्षा उपकरण व टीकाकरण करवाये जाएं। 10 से 12 घण्टे की व रात्रिकालीन ड्यूटी न लगाई जावें। अस्वस्थ, गम्भीर बीमारी, गर्भवती महिला, दिव्यांग व अधिक उम्र वाले सेवानिवृत्त के समीप शिक्षको को ड्यूटी से मुक्त रखा जावे। यदि ड्यूटी के दौरान कोई शिक्षक संक्रमित होता है तो उनकामुफ्त इलाज व मृत्यु होने पर बिना शर्त सम्मानजनक अनुम्पा नियुक्ति प्रदान की जावें।
सर्व शैक्षिक संघ जिला धमतरी, जिला प्रशासन एवं शासन से मांग करता है कि उपरोक्त सुरक्षात्मक आदेश के पहले जिला के शिक्षको की कोरोना संबंधित किसी भी प्रकार की ड्यूटी लगायी जाती है तो संक्रमित या मृत्यु होने पर सम्पूर्ण जिम्मेदारी ड्यूटी आदेश जारी करने वाले अधिकारियों की होगी।सर्व शैक्षिक संघ जिला धमतरी की ओर से ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला संचालक राजेंद्र चंद्राकर, नवीन चंद्राकर, डॉ भूषणलाल चंद्राकर, हरीश सिन्हा, खुमान ठाकुर, कृष्णा राम साहू, हुलेश चंद्राकर, प्रदीप सिन्हा, दीपक ठाकुर, दयालुराम साहू, दिनेश पांडे,अमित महोबे, एपी साहू, गेवाराम नेताम, कपिल देशलहरे, तुलसी राम नेताम, दौलत ध्रुव, चेतनलाल साहू सहित सर्व शैक्षणिक मंच के पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल थे।
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