Breaking: कुरूद में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा:चोरी करने की नीयत से पहुंचा था आरोपी, झांसा देकर चाकू व फर्शी पत्थर से की थी पति-पत्नी की हत्या

 

 


पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी लगातार कर रहे थे मामले की मॉनिटरिंग


  भूपेंद्र साहू

धमतरी।थाना कुरुद क्षेत्र अंतर्गत एफ बी टाउन श्री राम कॉलोनी में निवासरत तुलेश चंद्राकर व सुमित्रा उर्फ सुमन चंद्राकर की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके घर की छत पर धारदार हथियार तथा फर्शी पत्थर से उनके हाथ, गला, चेहरा एवं सिर में संघातिक चोट पहुंचाकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। चोरी की नियत से घुसने के बाद पति पत्नी को विश्वास में लेकर हत्या की गई थी। इस मामले में अन्य जिलों की पुलिस की भी मदद ली जा रही थी।


 23 मई की सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि  नेशनल हाईवे के किनारे श्री राम कॉलोनी में  पति पत्नी की  छत के ऊपर  हत्या कर दी गई है। सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी कुरुद अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल को सुरक्षित किए। उसी दरमियान पुलिस अधीक्षक बी.पी. राजभानू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, प्रभारी एसडीओपी कुरूद  सारिका वैद्य व अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ एवं डॉग स्क्वाड को बुलाकर घटनास्थल एवं उसके पास मिले भौतिक एवं परिस्थिति जन्य साक्ष्य को एकत्रित किया गया। 

        प्रार्थी मिनेश चंद्राकर पिता गुहाराम चंद्राकर निवासी ग्राम परसवानी थाना कुरूद जिला धमतरी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 


 पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के नेतृत्व में पृथक-पृथक टीम बनाकर दोहरे अंधे कत्ल के मामले की हर पहलुओं पर बारीकी से जांच कर अज्ञात आरोपी की तलाश करने निर्देशित किया । मामले की प्रतिदिन मॉनिटरिंग भी कर रहे थे। इसी दरमियान आरोपी के संबंध में कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिलने पर अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु 10000 इनाम  भी जारी की गई। 

आईजी ने ली थी बैठक

  पुलिस महानिरीक्षक, रायपुर क्षेत्र रायपुर डॉ. आनंद छाबड़ा भी मामले की प्रगति एवं समीक्षा हेतु कुरुद पहुंचे और जांच अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मामले में हर छोटी से छोटी बातों एवं घटना के पूर्व की कड़ी को भी एक-दूसरे से जोड़कर सुक्ष्मता से जांच की जा रही थी। इस दरमियान घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों, मृतक के गांव, रिश्तेदारों व अन्य सैकड़ों लोगों से बारीकी से पूछताछ की गई। साथ ही तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर बारीकी से अवलोकन किया गया।


ऐसे हुआ खुलासा

   विवेचना क्रम में ज्ञात हुआ कि घटना के करीब 1 सप्ताह पूर्व मृतक तुलेस चंद्राकर के घर में सांप घुसा था तब उसने विराट ढाबा में अपने मित्र को फोन करके सहयोग मांगा। जिस पर उसने ढाबा में काम करने वाले राहुल दिली को उसके घर भेजा था। तब राहुल दिली ने सांप को मारकर बाहर निकाला था। उक्त सूचना पर संदेह के आधार पर राहुल दिली को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में वह घटना के संबंध में कुछ भी जानने से इंकार करता रहा, किंतु  पूछताछ में वह अलग अलग बात बताया जिसके कारण उस पर संदेह गहरा हुआ। घटना के दिन वह कहां था किसके साथ था व अन्य पूछताछ करने पर अंततः वह टूट गया और चोरी करने की नीयत से शिक्षक दंपति की हत्या करना स्वीकार किया।


ऐसे दिया घटना को अंजाम

       आरोपी राहुल दिली ने बताया कि 22 मई घटना की रात्रि वह अपने साथी घनश्याम टंडन के साथ सिलेंडर चोरी करने की नीयत से विराट ढाबा पहुंचा, किंतु वहां लोगों की उपस्थिति होने पर वापस चला गया और कुछ देर बाद अकेले एफ.बी. टाउन (श्री राम कॉलोनी) आया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर अपनी बाइक खड़ी कर तुलेस चंद्राकर के घर के पास आकर उसके घर की दीवार से चढ़कर छत पहुंचा। राहुल दिली ने छत में लगे बिजली का कट-आउट निकाल कर घर की लाइट बंद कर दिया और सीढ़ियों से नीचे आया। इतने में तुलेस चन्द्राकर व उसकी पत्नी जाग गए और टॉर्च लेकर घर से बाहर आए तो राहुल दिली ने उनसे पीने के लिए पानी मांगा, गांव जाना है कहकर कुछ पैसा व एक्टिवा गाड़ी भी मांगा चूंकि पूर्व में राहुल दिली ने उनके घर में घुसे सांप को मारकर उक्त दंपति की मदद कर चुका था, इसलिए मृतक तुलेश ने घर अंदर जाकर कुछ पैसा व गाड़ी की चाबी लाकर राहुल को दिया। इसी बीच केवल उन्हीं के घर में लाइट नहीं होने से तुलेश चंद्राकर को कुछ संदेह हुआ तो वह अपने घर की छत पर गया जिसके पीछे पीछे राहुल दिली भी गया और हत्या करने की नीयत से अपने साथ लाए चाकू से तुलेस के ऊपर तीन बार प्राणघातक वार किया जिससे तुलेस वहीं पर गिर गया। आवाज सुनकर तुलेस की पत्नी सुमित्रा उर्फ सुमन चंद्राकर भी घर की छत में आई तो आरोपी राहुल दिली के साथ उसकी हाथापाई हुई, राहुल दिली ने चाकू से उस पर वार किया जिससे राहुल के हाथ में भी चोट लगी और चाकू टूट गया। तब उसने सुमन चंद्राकर को पकड़ कर उसका सिर पत्थर में पटक दिया और वहीं पड़े फर्शी पत्थर से लगातार चेहरे पर प्रहार करता रहा, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।फिर छत से नीचे जाकर रसोई से हंसिया लाकर दोनों की कलाई काट दिया और वापस नीचे जाकर अलमारी खोलकर नकदी रकम एवं जेवर चोरी किया। 


सामान को फेंक दिया

 मृतकों के मोबाइल, विद्युत कट-आउट, लोहे की हंसिया, टॉर्च को घर के बाहर फेंक कर अपने गांव चला गया। गांव के तालाब में घटना में प्रयुक्त चाकू व पहने कपड़े फेंक दिया, घर जाकर चुराए हुए जेवर अपनी मां को रखने के लिए दिया तथा दूसरे दिन अपने ससुराल गातापार चले जाना बताया। घटना के दौरान गुमराह करने के लिए मृतक के मोबाइल से रात्रि करीबन 3 बजे अनजान नंबर पर कॉल करना भी बताया।घटना में प्रयुक्त चाकू, खून आलूदा कपड़े आदि जप्त किया गया है। उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर आरोपी राहुल दिली 24 वर्ष पिता डेरहु प्रसाद दिली ग्राम छाती को  गिरफ्तार कर मामले में वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।


इस प्रकार कुरूद के एफ.बी. टाउन (श्री राम कॉलोनी) में हुए दोहरे व अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में निरीक्षक आरएन सेंगर, नवनीत पाटिल, उमेंद टंडन, कोमल नेताम, प्रणाली वैद्य, गगन बाजपेई, भावेश गौतम, उप निरीक्षक शांता लकड़ा, नरेश बंजारे, नरसिंह ध्रुव, रमेश साहू, सहायक उपनिरीक्षक पी.एन. ध्रुव, सोमन सिन्हा, प्रधान आरक्षक अनिल यदु, राकेश मिश्रा, आरक्षक राजेश चंद्राकर, गोपाल चंद्राकर, गोपी चंद्राकर, रामकुमार एवं धमतरी, रायपुर व महासमुंद के साइबर टीम की भूमिका रही

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