धमतरी जिले की व्याख्याता परविंदर कौर गिल ने राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दिया

 





वतन जायसवाल

रायपुर।कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल माध्यम का सबसे अधिक उपयोग  किया। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस, पाठ आधारित वीडियो आदि ने शिक्षा की बागडोर संभाली थी। इस दौर ने डिजिटल माध्यम से शिक्षा को और आगे बढ़ाया है, साथ ही हर क्षेत्र को तकनीकी रूप से जोड़कर जन सामान्य को तकनीकी कुशल बनाया।


तकनीकी के नए आयाम से शिक्षकों को और अधिक दक्ष तथा तकनीकी रूप से कौशल में निपुर्ण करने हेतु राज्य शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान परिषद ,शंकर नगर ,रायपुर में 20 अक्टूबर से 13 नवंबर  तथा 17/18नवबर तक पृथक पृथक समूह में प्रशिक्षण दिया गया। 14/15 नंवबर राष्ट्रीय शिक्षा समागम में  एनीमेशन द्वारा विडियो बनाना सिखाया गया।


ज्ञात रहे कि प्रत्येक समूह के लिए उक्त प्रशिक्षण दो दिवसीय है। छत्तीसगढ़ राज्य के प्रत्येक जिले तथा ब्लॉक से एजुसेट सेंटर के कोऑर्डिनेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।यह प्रशिक्षण 8 बैच में आयोजित हुआ।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए इस कार्यक्रम के राज्य समन्वयक दीपांकर भौमिक ने बताया कि यह प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम जिला स्रोत समूह के लिए एजुसेट के उन्मुखीकरण तथा आईसीटी का विभिन्न विषयों में उपयोग पर आधारित रहा।

इस प्रशिक्षण में पाठ्य सामग्री को विद्यार्थियों तथा पाठकों के मन के करीब पहुंचाने के लिए डिजिटल क्विज ,एनिमेशन, ऑडियो- वीडियो की तकनीकी पहलुओं पर तथा डिजिटल मूल्यांकन पर विशेष ध्यान आकर्षित किया है। प्रशिक्षण के दौरान स्टॉप मोशन एनीमेशन, माइंड मैप ,पोडकास्ट एचपी, काइन मास्टर, जियोजेब्रा, गूगल प्लीज, औडा सिटी आदि पर सरल सुगम व रोचक तरीके से कोऑर्डिनेटर  प्रशिक्षण प्राप्त किया।


इस प्रशिक्षण में प्रत्येक ब्लॉक में राज्य से संचालित एजुसेट सेंटर के रखरखाव ,मरम्मत तथा भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप सेंटर को कैसे दुरुस्त किया जाए, इस पर विस्तार से चर्चा की गई।

उक्त प्रशिक्षण में प्रशिक्षक समूह में राजेश चंदानी, प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिल्दा,  कल्याणी पवार ,व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अभनपुर , परविदर कौर गिल , शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुजगहन धमतरी ,सौरभ मोहंती टाटा संस्थान, अमिताभ आनंद टाटा संस्थान, शामिल है।

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