अंतिम बार भाई को राखी बांधकर सयंम की राह पर अग्रसर हुई दीक्षार्थी सिद्धि नाहर

 


3 अगस्त को उदयपुर में लेंगी दीक्षा, परिवार व समाज से विदा लेकर हुई रवाना

बेटी को विदा करते हुए परिवारजनों की आंखे हुई नम


धमतरी।किशोरचंद ललिता देवी नाहर परिवार धमतरी की बेटी सुश्री सिद्धि नाहर ने सयंम पथ पर चलने का निर्णय लिया है। 3 अगस्त को उदयपुर राजस्थान में वह दीक्षा लेंगी। जिसके लिए वे शनिवार को रवाना हुई। सुबह दीक्षार्थी सिद्धि नाहर ने रामबाग स्थित दीक्षित कालोनी से परिवारजनो से विदा लेकर आगे बढ़ी। सम्पूर्ण श्रंृगार के साथ सिद्धि नाहर विदा हुई। परिवारजनों ने अपनी लाडली को सयंम पथ के लिए विदा किया गया। इस दौरान परिजनों की आंखे नम हो गई और माहौल भावात्मक हो गया। 

बता दे कि दीक्षा ग्रहण करने के पश्चात दीक्षार्थी द्वारा परिवारिक रिश्तो का परित्याग किया जाता है। जिसके चलते वे अंतिम बार भाई रौनक को राखी बांधी। इस दौरान भाई की आंख भी भर आई। परिवारजनों ने कहा कि बेटी सयंम की राह पर आगे बढ़ रही है यह न सिर्फ नाहर परिवार बल्कि जैन समाज व सम्पूर्ण जिले के लिए गौरव की बात है। परिवार से विदा लेने के पश्चात बाजे गाजे के साथ ससम्मान दीक्षार्थी बहन इतवारी बाजार स्थित पाश्र्वनाथ जिनालय पहुंची जहां आचार्य भगवंत व साध्वियों से आशीर्वाद लिया। फिर साधु-साध्वियों  द्वारा सयंम की राह पर प्रवचन दिया गया। फिर दीक्षार्थी बहन सदर बाजार स्थित स्थानक भवन पहुंची जहां समाजजनों से भेंट  व परिचय किया गया। फिर सिहावा चौक स्थित वर्धमान स्थानक भवन में पहुंचकर साध्वियों से आशीर्वाद प्राप्त किया। विदाई के दौरान बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग भी उपस्थित थे।



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