भजन सम्राट दुकालू यादव के भजनों में श्रद्धालु घंटों झूमते रहे

 


नवरात्र में आनंद पवार फैंस क्लब द्वारा एकलव्य खेल मैदान में जगराता का आयोजन


धमतरी।माँ विंध्यवासिनी बिलाई माता मंदिर ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री स्व. भोपाल राव पवार की 35वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आनंद पवार फैंस धमतरी द्वारा छत्तीसगढ़ के जस भजन सम्राट दुकालू यादव के जगराता कार्यक्रम का आयोजन एकलव्य खेल परिसर में किया गया,जहाँ धमतरी और आस पास के ग्रामीण अंचल से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दी।

 चैत्र नवरात्रि की षष्ठी तिथि के दिन धमतरी की आराध्य माँ विंध्यवासिनी की आरती के पश्चात भक्तगण एकलव्य खेल परिसर में इकट्ठा होना शुरू हुए,जिसमें धमतरी क्षेत्र के सभी वर्गों के लोग सम्मिलित रहे,पिछले वर्ष हुए कार्यक्रम में आए जनसैलाब को देखते हुए यह कार्यक्रम गौशाला मैदान में ना रखकर एकलव्य खेल परिसर में रखा गया था जो गौशाला मैदान की अपेक्षा लगभग तीन गुना बड़ा है,शाम 8 बजे से श्रद्धालुओं ने अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर पहुँचना प्रारंभ किया और देखते ही देखते लगभग 1 घंटे में मैदान पूरी तरह भर गया।


रात 10 बजे कार्यक्रम मुख्य कलाकार दुकालू यादव की मंच पर पहुँचने की घोषणा हुई।कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे श्रद्धालुओं के सैलाब की वजह से यह तय नही हो पा रहा था कि वे किस रास्ते से मंच में प्रवेश करेंगे,लेकिन लगभग आधे घण्टे की मशक्कत के बाद आनंद पवार फैंस के सदस्यों और सेवादारों की सहायता से उनके प्रवेश के लिए दर्शकों के बीच से ही रास्ता बनाया गया और वे अपने चिरपरिचित अंदाज़ में ' मोर गांव के सीतल दाई" भजन गाते हुए मंच तक पहुँचे,इसके बाद उन्होंने अपने भजन और जसगीत से जो समा बनाया वह सुबह 4 बजे तक बरकरार रहा,बजरंगबली गली गली म नाम हे,माने नई माने देवता माता,धमतरी के बिलाई माई,परेतिन दाई,सुआ गीत,झुपत-झुपत आबे दाई,आमा पान के पतरी सहित उन्होंने लगातार कई गीत गाए,जिससे दर्शकों का उत्साह लगातार बढ़ता रहा और दर्शक लगातार माँ की भक्ति में झूमते और नाचते रहे।


कार्यक्रम का विशेष आकर्षण यह रहा कि माता भक्ति के साथ वहाँ शिक्षा पर भी एक विशेष घोषणा की गई जिसमें कहा गया कि धमतरी ब्लॉक के ग्रामीण शहरी ऐसे बच्चे जो खर्चीली कोचिंग या बाहर रायपुर भिलाई बिलासपुर कोटा पुणे बैंगलोर जाने में असमर्थ है और जो पढाई में अत्यंत होनहार हैं, जो कुछ कर सकने या प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिताओं में अन्य विद्यार्थियों से आगे निकल सकतें हैं, उनके सपनों को साकार करने आनंद पवार और अस्पायर अकेडमी के आकाश सिन्हा साथ मिलकर निःशुल्क कोचिंग, उच्च स्तरीय लायब्रेरी सहित अन्य सुविधाओ को उपलब्ध कराएंगे। 


उक्त अवसर पर आनंद पवार ने कहा कि नव दिन की नवरात्रि में माता की भक्ती पूजा अर्चना आराधना सभी युवा श्रद्धा और आस्था के साथ करते हैं संयमित रहते हैं, लेकिन आठ दिनों तक मां शैल पुत्री , ब्रह्मचारिणी, चंद्र घंटा, कुष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायनी, कालरात्रि महागौरी की पूजा और हवन के बाद सिद्धि मिलने के पहले शक्ति की नौवीं रूप सिद्धि दात्री की पूजा के पहले संयम खो देते हैं, जिसके कारण जो फ़ल प्राप्त होना रहता है उतना नहीं मिल पाता। इसलिए सिर्फ़ आख़िर का एक दिन सिद्धि प्राप्त करने और अपने अभिष्ठ उद्देश्य या मनोकमाना की पूर्ति हेतु संयमित होकर युवा देवी शक्ति को कृतज्ञता अर्पित करते हुवे प्रार्थना करे जिससे आने वाले वर्ष तक उन्हे दैविक, दैहिक और भौतिक संताप ना ब्याप सके।

 

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