महानदी एडवाइजरी कंपनी के तीन आरोपी धरे गए
भूपेंद्र साहू
धमतरी।सिकंदराबाद
में कोरियर कर्मचारी बनकर धमतरी पुलिस ने ऐसा जाल फेंका की महानदी
एडवाइजरी चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर उस जाल में फस गए। पुलिस ने दो
आरोपियों को सिकंदराबाद से और एक आरोपी को छुरा गरियाबंद से गिरफ्तार कर
लिया है जिसका खुलासा मंगलवार को पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानू ने किया।
थाना
सिटी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कुशल कांप्लेक्स बठेना अस्पताल के सामने
2010 से 2016 तक महानदी एडवाइजरी कंपनी का ब्रांच ऑफिस खोलकर लोगों से
लोकलुभावन वादा कर ज्यादा पैसा का रिटर्न देने का प्रलोभन देकर लोगों से
निवेश कराया गया ।इस मामले में प्रार्थी मोरध्वज कुंभकार निवासी सेमरा
भखारा की रिपोर्ट पर डायरेक्टर कुलेश्वर सोनकर एवं यशवंत सोनकर, मयंक
सोनकर, हेमंत देवांगन और चित्रसेन साहू की पता तलाशी की जा रही थी ।इनके
विरुद्ध धारा 420 ,34 आईपीसी और इनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम अधिनियम
की धारा 4,5,6 एवं निक्षेपकों के हितों के संरक्षण अधिनियम की धारा 6,10
दर्ज किया गया था ।रिपोर्ट के बाद सभी आरोपी लगातार गिरफ्तारी से बचने अपना
पता ठिकाना बदलते हुए लुक छिप कर रह रहे थे ।पुलिस हर स्थान की तलाश कर
रही थी ।कई बार इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की गई मुख्यमंत्री तक भी
निवेशक पहुंचे थे ।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के
निर्देशन में एएसपी मनीषा ठाकुर के मार्गदर्शन में संयुक्त टीम गठित कर
मिशन शुरू किया गया ।इस दौरान लगभग 80 मोबाइलआरोपियों के द्वारा बदले गए
।लगातार लोकेशन ट्रेस किए जा रहे थे ।बार-बार मोबाइल नंबर बदलने की वजह से
स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। दिल्ली, नागपुर, महबूबनगर,बेंगलुरु,
हैदराबाद, सिकंदराबाद में यह अपनी पहचान बदलकर निवास कर रहे थे ।
कैसे आए कब्जे में....
पुलिस
को सूचना मिली कि आरोपी तेलंगाना राज्य के सिकंदराबाद क्षेत्र में कॉलोनी
चंद्रलोक रेसीडेंसी के पांचवी मंजिल के फ्लैट पर रुके हुए हैं। पुलिस ने
वहां के साइबर डीसीपी अविनाश मोहंती की मदद से स्थिति का जायजा लिया। पहले
धमतरी पुलिस सुनियोजित ढंग से कोरियर कर्मचारी बनकर फ्लैट में दरवाजा
खुलवाने का प्रयास किया ।दरवाजा नहीं खोलने पर फ्लैट में पीछे से कूदकर
अंदर प्रवेश कर आरोपियों को पकड़ा गया। जिसमें यशवंत सोनकर कोलियारी और
चित्रसेन साहू धमतरी मौजूद थे ।सिकंदराबाद से ट्रांजिट रिमांड लेकर लाया
गया। सूचना मिलने पर एक अन्य टीम छुरा गरियाबंद के लिए रवाना हुई जहां
आरोपी हेमंत देवांगन ब्रांच मैनेजर मौजूद था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस
कंपनी के द्वारा 3 हजार निवेशकों से लगभग 24 करोड़ की धोखाधड़ी की गई है।
आगे अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है ।इस मुहिम में टीआई भावेश गौतम,
एएसआई संजय लांजे, अमित सिंह, युवराज सिंह, राज कुमार शुक्ला, मेचका थाना
प्रभारी आरएन सेंगर,साइबर टीम से प्रदीप सिंह ,प्रहलाद बंछोर ,कुलदीप सिंह,
कमल जोशी, धीरज डडसेना, दीपक साहू ,सितलेश पटेल ,झमेल सिंह, मुकेश मिश्रा
का योगदान रहा पुलिस अधीक्षक ने इस कार्य पर 10000rs इनाम की घोषणा की है।
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